
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना सरकार ने गरीबों को लेकर एक बहुत ही नेक और बड़ा लक्ष्य रखा है: उनका सपना है कि राज्य का हर गरीब परिवार किराएदार नहीं, बल्कि अपने घर का मालिक हो। हाल ही में पिनापाका विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम हुआ, जहाँ सरकारी व्हिप और स्थानीय विधायक, बोज्जू पटेल ने इसी बात पर ज़ोर दिया।
उन्होंने बताया कि उनकी सरकार का मुख्य मकसद गरीब लोगों को ज़मीन के पट्टे (यानी मालिकाना हक के कागज़ात) बाँटना है, ताकि वे खुद अपनी ज़मीन के मालिक बन सकें। यह सिर्फ एक कागज़ का टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह लाखों गरीब परिवारों के लिए अपने घर का सपना पूरा होने जैसा है, उनके सम्मान से जीने की एक गारंटी है।
बोज्जू पटेल ने यह भी कहा कि जहाँ पिछली सरकारें गरीबों की ज़रूरतों को शायद अनदेखा करती थीं, वहीं मौजूदा सरकार पूरी तरह से गरीबों के साथ खड़ी है। उनका कहना था कि सरकार सिर्फ ज़मीन या घर देने तक सीमित नहीं है, बल्कि वे गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने सरकार की कई दूसरी योजनाओं का भी ज़िक्र किया जो गरीबों के लिए चलाई जा रही हैं, जैसे कि बुढ़ापा और विधवा पेंशन, शादी के लिए आर्थिक मदद (कल्याणा लक्ष्मी जैसी योजनाएं), और किसानों के लिए रायथु बंधु जैसी सहायता। साथ ही, गांवों और कस्बों में विकास कार्यों पर भी ध्यान दिया जा रहा है, जैसे अच्छी सड़कें बनाना, स्कूल और अस्पताल बेहतर बनाना, ताकि सभी को बुनियादी सुविधाएं मिल सकें।
संक्षेप में कहें तो, सरकार का साफ संदेश है कि वे सिर्फ वोट बैंक की राजनीति नहीं कर रहे, बल्कि उनका असली लक्ष्य गरीबों को सशक्त बनाना, उन्हें ज़मीन का मालिक बनाना और उनकी ज़िंदगी में खुशहाली लाना है। यह पहल कई गरीब परिवारों के लिए उम्मीद की एक नई किरण है।
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