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उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में नेशनल हाईवे-19 पर गुरुवार की दोपहर एक खौफनाक हादसे ने हर किसी को झकझोर दिया। समृद्धि अस्पताल के पास जबरदस्त रफ्तार में दौड़ रहे एक ट्रक का पहिया अचानक एक्सल से अलग हो गया और सड़क पर जा उछला। दुर्भाग्य से, ये पहिया एक बाइक सवार से टकरा गया और मौके पर ही उसकी जान ले ली।

मृतक की पहचान 36 वर्षीय पंकज यादव के रूप में हुई है, जो चौबिया थाने के हवेलिया गांव का रहने वाला था। पंकज एक एंबुलेंस चालक था और काम निपटाकर अपने घर लौट रहा था। हादसा इतना भयावह था कि बाइक पूरी तरह चकनाचूर हो गई और पंकज ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। फ्रेंड्स कॉलोनी थाना प्रभारी अमित कुमार मिश्रा ने बताया कि स्थानीय लोगों ने हादसे के तुरंत बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और मोबाइल फोन के जरिए पंकज की पहचान की। उसके परिवार को सूचित कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

यह घटना एक बार फिर से सड़कों पर दौड़ते वाहनों की हालत और उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। अगर समय रहते ट्रक की मरम्मत की जाती या चेकिंग होती, तो शायद एक जान बच सकती थी।

मुरादाबाद: चलती बाइक पर युवक को आया दिल का दौरा, सीसीटीवी में कैद हुआ हादसा

इधर, मुरादाबाद से एक और दर्दनाक और चौंका देने वाला मामला सामने आया है। कटघर इलाके में 22 वर्षीय हंजला नामक युवक चलती बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार था, तभी उसे अचानक हार्ट अटैक आ गया। हंजला बाइक को संभाल नहीं पाया और सड़क किनारे खंभे से जा टकराया। यह पूरी घटना पास में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

हंजला, मुरादाबाद के पीतल व्यवसायी गुलजार का बड़ा बेटा था। 21 अप्रैल की शाम को वह किसी निजी काम से तकादे पर गया था। जब वह मस्जिद के पास पचपेड़ा मोहल्ले में पहुंचा, तो उसकी बाइक अचानक लड़खड़ाने लगी और फिर जाकर एक खंभे से टकरा गई।

हादसे के तुरंत बाद राहगीर दौड़े और युवक को संभालने की कोशिश की। किसी ने उसकी पीठ मसलना शुरू किया तो किसी ने CPR देने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जल्दबाजी में युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार, उसकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई।

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब युवाओं में भी हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियां जानलेवा साबित हो रही हैं। यह एक चेतावनी है कि स्वास्थ्य की अनदेखी न करें, चाहे उम्र कोई भी हो।

दोनों घटनाएं दुखद और सोचने पर मजबूर करने वाली

इटावा और मुरादाबाद की ये दोनों घटनाएं भले ही अलग-अलग तरह की हों, लेकिन दोनों की वजह से दो घरों के चिराग बुझ गए। एक ओर तकनीकी लापरवाही ने एक एंबुलेंस ड्राइवर की जान ले ली, वहीं दूसरी ओर अचानक आया हार्ट अटैक एक युवा जीवन को लील गया।

इन घटनाओं से सबक लेने की जरूरत है—चाहे वह वाहन की समय पर जांच हो, या अपने शरीर की स्थिति पर ध्यान देना। सावधानी और सतर्कता ही ऐसी दुखद त्रासदियों से बचने का एकमात्र रास्ता है।

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