Up Kiran, Digital Desk: रात के अंधेरे में सुनसान सड़क पर किसी अनजान गाड़ी में लिफ्ट लेना कितना खतरनाक हो सकता है, इसकी एक बानगी हाल ही में दिल्ली में देखने को मिली. एयरपोर्ट से घर लौट रहे एक शख्स को कैब समझकर एक गाड़ी में बैठना इतना भारी पड़ा कि वह लुट भी गया और उसे सुनसान जगह पर फेंक भी दिया गया. लेकिन दिल्ली पुलिस की रफ्तार के आगे लुटेरों की चालाकी धरी की धरी रह गई. महज 48 घंटों के अंदर पुलिस ने इस पूरे मामले की गुत्थी सुलझाते हुए एक महिला समेत चार शातिर लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है.
यह मामला किसी फिल्मी कहानी जैसा लगता है, जहां एक पूरा गैंग गाड़ी में सवार होकर अपने शिकार का इंतजार करता था और मौका मिलते ही उसे अपना निशाना बना लेता था.
रात के डेढ़ बजे, एयरपोर्ट के पास और एक भयानक सफ़र
घटना 3 नवंबर की रात करीब 1:30 बजे की है. पीड़ित शख्स इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट से आने के बाद धौला कुआं बस स्टैंड पर गाड़ी का इंतजार कर रहा था. तभी वहां एक प्राइवेट कार आकर रुकी, जिसमें तीन लड़के और एक लड़की पहले से ही बैठे हुए थे. पीड़ित ने उसे कैब समझा और गाड़ी में बैठ गया.
गाड़ी के चलते ही अंदर बैठे लोगों के असली रंग सामने आ गए. गाड़ी में बैठी 19 साल की लड़की सोनम ने पीड़ित के साथ गाली-गलौज और धमकी देना शुरू कर दिया.इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, बाकी तीनों लड़कों ने उस पर हमला बोल दिया. उन्होंने जबरदस्ती उसका मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड और बाकी कीमती सामान छीन लिया.
लूटा, पैसे निकाले और सुनसान जगह पर फेंका
इन लुटेरों का आतंक यहीं खत्म नहीं हुआ. उन्होंने पीड़ित के डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर उसके बैंक खाते से 33,000 रुपये निकाल लिए सबूत मिटाने के लिए उन्होंने उसका मोबाइल फोन तोड़कर फेंक दिया और फिर उसे एक सुनसान जगह पर छोड़कर फरार हो गए.
दिल्ली पुलिस का 'मिशन 48 ऑवर्स'
जैसे ही पीड़ित ने दिल्ली कैंट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, पुलिस तुरंत एक्शन में आ गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए एक स्पेशल टीम बनाई गई.
पुलिस ने सबसे पहले NH-48, वसंत कुंज और महिपालपुर रोड पर लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की. कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने एक संदिग्ध मारुति स्विफ्ट डिजायर कार की पहचान की जांच करने पर पता चला कि यह कार लोकेश गुप्ता नाम के एक शख्स की है, जिसने इसे अमित उर्फ काकू को किराए पर दिया हुआ था.
बस, यही सुराग पुलिस को अपराधियों तक ले गया. पुलिस ने तुरंत छापेमारी कर मुख्य आरोपी अमित उर्फ काकू (21) और उसके साथी मनीष उर्फ छुरी (21) को दबोच लिया.उनकी निशानदेही पर गैंग के बाकी दो सदस्य पवन (22) और सोनम (19) भी अपने घरों से गिरफ्तार कर लिए गए. पुलिस ने उनके पास से लूटे गए पैसों में से 18,000 रुपये कैश और वारदात में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद कर ली है.
पुराने खिलाड़ी हैं गैंग के सदस्य
पूछताछ में पता चला कि यह गैंग पुराना अपराधी है. मुख्य आरोपी अमित, जो एक प्राइवेट कैब ड्राइवर है, पर पहले से ही लूट, चोरी और आर्म्स एक्ट के नौ मामले दर्ज हैं. वहीं, 19 साल की सोनम भी नाबालिग रहते हुए अमित के साथ चार लूट की वारदातों में शामिल रह चुकी है.
दिल्ली पुलिस की इस तेज कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि राजधानी में अपराध करके बचना आसान नहीं है. महज 48 घंटे में इस पूरे गैंग को पकड़कर पुलिस ने एक बड़ा संदेश दिया है.
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