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Up Kiran, Digital Desk: रूस ने अपनी नौसैनिक शक्ति में एक और बड़ा इजाफा करते हुए अपनी नई परमाणु पनडुब्बी,  (Arkhangelsk) को दुनिया के सामने पेश कर दिया है। लेकिन यह सिर्फ एक पनडुब्बी नहीं है, बल्कि एक तैरता हुआ किला है जो अपने साथ पोसाइडन (Poseidon) नाम का एक ऐसा हथियार लेकर चलेगी जिसे 'डूम्सडे' यानी 'प्रलय का हथियार' कहा जा रहा है।

शनिवार को सेवेरोडविंस्क के सेवमाश शिपयार्ड में हुए एक भव्य समारोह में इस पनडुब्बी को लॉन्च किया गया। इस मौके पर रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव ने इसे एक ऐतिहासिक दिन बताया। यह पनडुब्बी रूस की सैन्य ताकत को ऐसे समय में बढ़ा रही है जब दुनिया भर में तनाव का माहौल है।

क्या है पोसाइडन ड्रोन और क्यों है यह इतना खतरनाक?

आर्खान्गेल्स्क पनडुब्बी की सबसे बड़ी और डरावनी खासियत है इसका पोसाइडन ड्रोन ले जाने की क्षमता। पोसाइडन कोई आम ड्रोन नहीं है, बल्कि एक छोटा, परमाणु ऊर्जा से चलने वाला अंडरवाटर व्हीकल है जो परमाणु बम से लैस है।

सोचिए एक ऐसा हथियार जो

रूस का कहना है कि यह हथियार उनकी सुरक्षा के लिए है और दुश्मनों को डराने का काम करेगा। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पोसाइडन जैसे हथियार का कोई तोड़ निकालना मौजूदा तकनीक के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। यह पनडुब्बी और इसका डूम्सड ड्रोन दुनिया के सैन्य समीकरणों को बदलने की ताकत रखते हैं।