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Up Kiran, Digital Desk: आज के दौर में जहां दुनिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी की रफ्तार से बदल रही है, वहां हमारे क्लासरूम भला पीछे कैसे रह सकते हैं? इसी सोच को हकीकत में बदलने के लिए, टेक्नोलॉजी की दुनिया के बादशाह, सैमसंग (Samsung), ने अपने खास प्रोग्राम 'गैलेक्सी एम्पावर्ड' (Galaxy Empowered) को अब मुंबई में भी लॉन्च कर दिया है। यह सिर्फ एक ट्रेनिंग प्रोग्राम नहीं, बल्कि मुंबई के शिक्षकों के हाथ में भविष्य की कलम थमाने जैसा है।

सैमसंग का यह अनोखा और महत्वाकांक्षी प्रोग्राम सीधे शिक्षकों को टारगेट करता है, क्योंकि कंपनी का मानना है कि एक शिक्षक को टेक्नोलॉजी से लैस करने का मतलब पूरी एक पीढ़ी को भविष्य के लिए तैयार करना है।

क्या है 'गैलेक्सी एम्पावर्ड' प्रोग्राम?

इस प्रोग्राम के तहत, सैमसंग मुंबई के सैकड़ों शिक्षकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य आधुनिक डिजिटल टेक्नोलॉजी की गहन ट्रेनिंग देगा। इस ट्रेनिंग का मकसद सिर्फ यह नहीं है कि शिक्षक कंप्यूटर चलाना सीख जाएं, बल्कि इसका असली उद्देश्य यह है कि वे इन नई तकनीकों का इस्तेमाल अपनी रोजमर्रा की पढ़ाई में कर सकें।

शिक्षकों को क्या सिखाया जाएगा?

AI को बनाएं अपना असिस्टेंट: शिक्षकों को सिखाया जाएगा कि वे AI की मदद से कैसे दिलचस्प लेसन प्लान बना सकते हैं, छात्रों के होमवर्क को तेजी से जांच सकते हैं, और हर छात्र की सीखने की क्षमता के अनुसार उसे व्यक्तिगत रूप से मदद कर सकते हैं।

इंटरैक्टिव लर्निंग: उन्हें सैमसंग के लेटेस्ट गैलेक्सी टैबलेट्स और इंटरैक्टिव स्मार्ट बोर्ड का इस्तेमाल करना सिखाया जाएगा, ताकि वे बोरिंग ब्लैकबोर्ड वाली पढ़ाई को मजेदार और आकर्षक बना सकें।

डिजिटल दुनिया में सुरक्षा: इसके साथ ही, इंटरनेट पर छात्रों को कैसे सुरक्षित रखा जाए, इस पर भी खास ध्यान दिया जाएगा।

क्यों है यह इतना महत्वपूर्ण?

यह पहल मुंबई के एजुकेशन सिस्टम में एक नई क्रांति ला सकती है। जब शिक्षक खुद टेक्नोलॉजी के साथ सहज होंगे, तो वे छात्रों के अंदर भी इसके लिए जिज्ञासा और उत्साह पैदा कर पाएंगे। वे छात्रों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि वो स्किल्स भी दे पाएंगे जो उन्हें भविष्य के जॉब मार्केट के लिए तैयार करेंगी।

सैमसंग की यह कोशिश दिखाती है कि बड़ी कंपनियां कैसे समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं। यह सिर्फ प्रोडक्ट बेचना नहीं, बल्कि एक बेहतर और शिक्षित समाज का निर्माण करना है, जहां हर क्लासरूम भविष्य के अविष्कारकों को जन्म दे।