img

Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं लेकिन विपक्षी गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर जबरदस्त खींचतान सामने आई है। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर राहुल गांधी और सी. वेणुगोपाल की मौजूदगी में एक अहम बैठक हुई, जिसमें राजद प्रमुख लालू यादव से गतिरोध खत्म करने की कोशिशें की गईं।

राजद के तेजस्वी यादव दिल्ली में होते हुए भी कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात नहीं कर सके, जिससे साफ है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।

लालू यादव ने उम्मीदवारों को बांटे पार्टी चिन्ह, कांग्रेस ने किया एकतरफा ऐलान

सीटों पर सहमति न बनने के बावजूद, राजद ने अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं। लालू यादव ने मटिहानी से बोगो सिंह, परबत्ता से संजीव सिंह और संदेश से दीपू यादव को पार्टी चिन्ह सौंप दिया है। वहीं, महागठबंधन के सहयोगी भाकपा (माले) और माकपा ने भी अपने उम्मीदवारों को नामांकन की अनुमति दे दी है।

कांग्रेस ने भी देर रात सोशल मीडिया पर एकतरफा अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। कुटुम्बा से प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, वज़ीरगंज से शशि शेखर सिंह और नालंदा से कौशलेंद्र कुमार (छोटे मुखिया) प्रमुख नामों में शामिल हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि कांग्रेस अब गठबंधन की परवाह किए बिना आगे बढ़ना चाहती है।

एनडीए में भी खींचतान, उपेंद्र कुशवाहा नाराज़

इधर, एनडीए खेमे में भी सबकुछ सही नहीं है। भाजपा और जदयू ने भले ही 101-101 सीटों पर लड़ने की सहमति दिखाई है, लेकिन राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता उपेंद्र कुशवाहा अब भी नाराज़ हैं। उनकी नाराज़गी के चलते एनडीए की संयुक्त सूची जारी नहीं हो सकी है।

हालांकि भाजपा और जदयू दोनों ने उम्मीदवारों को चिन्ह बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में अब पटना में नामांकन प्रक्रिया पर रणनीति बनाई जा रही है।

नामांकन और चुनाव की उलटी गिनती शुरू

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होनी है। पहले चरण के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 17 अक्टूबर और दूसरे चरण के लिए 20 अक्टूबर तय की गई है।

इस बीच, राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी राघोपुर सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।