
Bageshwar girls beaten up: बागेश्वर के कपकोट क्षेत्र में रविवार को जो हुआ, उसे सुनकर किसी का भी खून खौल उठे। चार लोगों (तनुज गड़िया, दीपक उर्फ दक्ष, योगेश गड़िया और लक्की कठायत) ने दो नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर एक कमरे में ले गए। वहाँ इन मासूमों के साथ यौन शोषण किया गया। उनकी बेरहमी से पिटाई हुई और यह सब वीडियो में कैद कर लिया गया।
वायरल क्लिप में साफ दिखता है कि बच्चियां रो रही हैं। हाथ जोड़कर रहम की भीख माँग रही हैं, मगर इन दरिंदों का दिल नहीं पसीजा। थप्पड़ों की बरसात और गालियों का सिलसिला तब तक चलता रहा, जब तक उनका मन नहीं भरा।
अपराधियों के हौंसले बुलंद
पुलिस ने रविवार दोपहर चारों की तलाश शुरू की। कपकोट से बागेश्वर भाग रहे तीन आरोपियों को रोकने की कोशिश में पुलिस को भी उनकी बेखौफी का नमूना देखने को मिला। मंडलसेरा बाइपास के पास जब कोतवाली की टीम ने उनकी बिना नंबर प्लेट वाली कार रोकी, तो इन युवकों ने न सिर्फ पुलिसकर्मियों को धक्का दिया बल्कि उनकी जीप को टक्कर मारकर भागने की कोशिश की।
पुलिस ने पीछा किया और योगेश गड़िया को पकड़ लिया, मगर लक्की कठायत और दीपक उर्फ दक्ष अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। चौथा आरोपी तनुज गड़िया पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है।
एसपी बागेश्वर चंद्रशेखर घोड़के ने कहा कि ये बहुत गंभीर मामला है। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए दो टीमें बनाई गई हैं। जल्द ही वे हमारे हत्थे चढ़ेंगे। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
आपको बता दें कि ये वारादात सिर्फ एक जुर्म की खबर नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। चार युवकों ने नाबालिग लड़कियों पर जुल्म ढाया। उनका वीडियो बनाया और फिर पुलिस को भी चुनौती दी। ये बेखौफी कहाँ से आती है? क्या उन्हें कानून का जरा भी डर नहीं।
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