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Up Kiran, Digital Desk: अगर आप भी हर रात 1 से 3 बजे के बीच जाग जाते हैं और फिर दोबारा नींद नहीं आती, तो ये सिर्फ टॉयलेट या प्यास की वजह नहीं है। इसके पीछे कुछ गहरी हेल्थ प्रॉब्लम्स और लाइफस्टाइल इशू भी हो सकते हैं।

उम्र का असर

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, नींद की क्वालिटी कम होने लगती है। बुजुर्गों को जल्दी नींद आती है और वे जल्दी उठ भी जाते हैं। इस वजह से रात में बार-बार नींद टूट सकती है।

तनाव और चिंता

अगर आप दिनभर के तनाव को अपने साथ बेड तक ले आते हैं, तो रात में आपका ब्रेन एक्टिव रहता है। इसी कारण आपकी नींद बीच में टूट जाती है। चिंता, स्ट्रेस और ओवरथिंकिंग से नींद का दुश्मन बन जाता है।

दवाओ का असर

कुछ मेडिसिन्स जैसे सर्दी-खांसी की दवाएं, डिप्रेशन की गोलियां या हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं नींद की क्वालिटी को बिगाड़ देती हैं। लंबे समय तक दवाओं का सेवन करने से नींद बार-बार टूट सकती है।

लिवर की खराबी

रात में खासतौर पर 1 से 3 बजे के बीच नींद खुलने का कारण लिवर की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी भी हो सकती है। तनाव लिवर को डैमेज करता है, जिससे आपकी नींद पर असर पड़ता है।