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Smart meters: देवभूमि में सभी मंत्रियों, विधायकों और अफसरों के घरों पर स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय CM पुष्कर सिंह धामी द्वारा लिया गया है। प्रमुख सचिव ऊर्जा ने इस दिशा में जानकारी दी है। ये कदम राज्य में ऊर्जा प्रबंधन को सुधारने और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है। अब तक 24,000 उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जो कि एक सकारात्मक संकेत है।

इस निर्णय ने सियासी हलकों में हलचल पैदा कर दी है। कांग्रेस और भाजपा के बीच स्मार्ट मीटर को लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई है। किच्छा के कांग्रेस विधायक ने स्मार्ट मीटर तोड़कर अपने विरोध का इजहार किया, जिसके बाद कांग्रेस के कई नेता उनके समर्थन में उतर आए। कांग्रेस का आरोप है कि स्मार्ट मीटरों की स्थापना से लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और ये आम उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का कारण बनेगा।

भाजपा ने कांग्रेस के इस विरोध पर कड़ा जवाब दिया है। पार्टी का कहना है कि कांग्रेस का स्मार्ट मीटर विरोधी रवैया बिजली चोरी रोकने में बाधा डाल रहा है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ता और प्रदेश दोनों की आर्थिकी के लिए जरूरी है। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को भ्रामक दुष्प्रचार करार दिया और कहा कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को बिजली खपत की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी, जिससे उन्हें अपने खर्चों पर बेहतर नियंत्रण मिलेगा।