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20 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई। सेंसेक्स करीब 900 अंक चमक गया और निफ्टी ने 25,000 से ऊपर की छलांग लगाई  ।

ये 4 मुख्य कारण रहे:

1. RBI ने प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग नियमों में ढील दी
भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रोजेक्ट फाइनेंस के नियम नरम किए, जिससे वित्तीय कम्पनियों में लार आई और बैंकिंग शेयरों में तेजी देखने को मिली  ।


2. फेडरल रिज़र्व की ब्याज दर कटौती की उम्मीद
अमेरिकी फेड रेट में 2025 में दो कट की इशारे दे रहा है, जिससे वैश्विक निवेशकों की चलन भारतीय इक्विटी की ओर बढ़ी  ।


3. sिकुंद अमेरिकी डॉलर
डॉलर की कमजोरी ने उभरती बाजारों को आकर्षक बनाया। रुपया भी मजबूत हुआ, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा  ।


4. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की वापसी
विदेशी पूंजी धारकों का जुटना निवेश को नया उत्साह दे रहा है, जिससे बाजार में भारी पैसा जमा हो रहा है  ।

अन्य कारक:

वैश्विक संकेत: अमेरिकी वॉल स्ट्रीट व एशियाई बाजारों में तेजी ने भी घरेलू बाजार को प्रेरित किया  

क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट: इससे इनपुट लागत घटते हैं, जिससे कंपनियों की लाभप्रदता बेहतर होती है  ।

भारतीय कंपनियों के अच्छे Q4 नतीजे: ICICI, HDFC जैसे बैंकों के अच्छे आंकड़ों ने उत्साह बढ़ाया  |

???? सारांश

भारतीय शेयर बाजार में आज की तेजी का सिकंदर RBI की नीतिगत ढील, वैश्विक कूटनीति में सुधार, डॉलर की कमजोरी और FIIs की लोट से निकालता है। यह रैली तीन दिन की गिरावट को रोकते हुए निवेशकों में आत्मविश्वास वापस ला रही है। हालांकि, मध्य पूर्व की तनावभरी स्थिति और वैश्विक ब्याज दरों से जुड़े संकेत अभी भी जोखिम बनाए रखते हैं।
अगर आप निवेशक हैं, तो यह समय रणनीतिक फैसलों के लिए उपयुक्त लग रहा है — लेकिन जोखिम को ध्यान में रखकर ही कदम उठाएं।

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