2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उप्र के घोसी उपचुनाव में बीजेपी को करारा झटका लगा है। बीजेपी ने घोसी उपचुनावों की तैयारियों में पूरी ताकत झोंक दी थी। सीएम योगी से लेकर डिप्टी सीएम केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक की चुनावी जनसभाएं कराई गई। ओपी राजभर जैसी नेताओं को भी तैनात किया गया लेकिन फिर भी कमल नहीं खेल पाया। ऐसे में जानना जरुरी हो जाता है कि आखिर क्या वजह थी जो घोसी के नतीजे बीजेपी के मुफीद नहीं रहे।
सुधाकर सिंह की जीत और दारा सिंह चौहान की हार की कई वजहें हैं। घोसी उपचुनाव में सपा की जीत की एक प्रमुख वजह मुख्तार अंसारी भी हैं। आइए जानते हैं कैसे।
दरअसल घोसी मऊ जिले में आता है और यहां से बहुत वक्त से मुख्तार अंसारी परिवार का दबदबा रहा है। बाहुबली मुख्तार खुद मऊ में पांच बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। उनके बेटे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से विधायक हैं। पिछले दिनों अंसारी परिवार के ऊपर जिस तरह से एक्शन हुई उससे अंसारी समर्थक तो खुश नहीं बताए जा रहे थे। बाकी कसर बसपा ने चुनाव न लड़कर पूरी कर दी। घोसी में अल्पसंख्यक वोट एकमुश्त सपा को मिला, जिससे सुधाकर सिंह को बहुत फायदा हुआ।
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