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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर चली लंबी खींचतान आखिरकार पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाप्त हो गई। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजद नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया। साथ ही, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद के लिए नामित किया।
अशोक गहलोत ने इस मौके पर कहा कि महागठबंधन अगर सरकार बनाता है, तो अन्य समाजों से भी उपमुख्यमंत्री बनाए जाने का वादा किया गया है। विशेष रूप से, सवर्ण, मुस्लिम और दलित समुदायों को इस महत्वपूर्ण पद पर प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना जताई गई है। तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी क्रमशः पिछड़ा वर्ग (OBC) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) से आते हैं, जिससे जातीय संतुलन को लेकर महागठबंधन की रणनीति साफ़ दिखाई देती है।
इस घोषणा से यह भी साफ हो गया कि चुनाव से पहले महागठबंधन की ओर से किसी अन्य नाम की घोषणा नहीं की जाएगी। सरकार बनने पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का भी प्रस्ताव है, क्योंकि बिहार में महिला मतदाता एक महत्वपूर्ण शक्ति रही हैं।
तेजस्वी यादव का संकल्प:
महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने इस अवसर पर कहा, "मैं यह संकल्प करता हूँ कि अगर मेरी परछाई भी गलत काम करेगी, तो उसे सजा दिलाने का काम मैं करूंगा। हम नया बिहार बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" यह बयान इस बात का संकेत था कि तेजस्वी यादव बिहार के राजनीतिक माहौल में बदलाव की योजना बना रहे हैं।
भारत जोड़ो आंदोलन का असर:
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, "आज इंडिया गठबंधन एकजुट होकर मीडिया के सामने आया है। राहुल गांधी की नेतृत्व में 17 महीने तक किए गए प्रयासों के बाद, INDIA गठबंधन को और मजबूती मिली है। यह गठबंधन अब और भी मजबूत हुआ है।"
सीपीआई (एम-एल)एल की प्रतिक्रिया:
सीपीआई (एम-एल)एल नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कहा, "बिहार जैसे बड़े राज्य में डिप्टी सीएम का चेहरा घोषित किया गया है। हम पहले सोच रहे थे कि इस बार अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अब गठबंधन बड़ा हो गया है, इसलिए हम 20 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हम एकजुट होकर चुनाव में उतरेंगे।" हालांकि, भट्टाचार्य ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार बनने पर वे कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे।