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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मतदान में अब कुछ ही दिन बाकी हैं, और इस बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की सरकार बनने पर उपमुख्यमंत्री पद के मामले में एक अहम बयान दिया है। तेजस्वी ने स्पष्ट किया है कि महागठबंधन के तहत विभिन्न सामाजिक और धार्मिक समुदायों को प्रतिनिधित्व मिलेगा, जिसमें मुस्लिम और दलित समुदाय से भी उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं।

तेजस्वी ने कहा कि उनके नेतृत्व में सरकार बनने के बाद समाज के हर वर्ग की चिंताओं का समाधान किया जाएगा और सरकार में विभिन्न समुदायों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा। उनका यह बयान खास तौर पर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत की टिप्पणी और बिहार के मंत्री मुकेश साहनी के बयान के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने महागठबंधन में मुस्लिम और दलित उपमुख्यमंत्री की संभावना को खारिज नहीं किया था।

बीते दिनों, हिंदुस्तान टाइम्स से एक इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने गहलोत के बयान का उल्लेख किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि कई उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। तेजस्वी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष के लोग उपमुख्यमंत्री पद के लिए नामों की घोषणा पर विवाद खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "बीजेपी को यह आपत्ति है कि ईबीसी समुदाय से किसी को उपमुख्यमंत्री बनाया जाए। उनकी आईटी सेल हमें ट्रोल कर रही है और हमें उस समुदाय से नेताओं को उपमुख्यमंत्री बनाने से रोकने की कोशिश कर रही है, जिन्हें वे घुसपैठिए मानते हैं।"

हालांकि, तेजस्वी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अभी तक यह नहीं कह सकते कि बिहार में मुस्लिम उपमुख्यमंत्री बनेगा या नहीं। उन्होंने कहा, "हम इस संभावना से इंकार नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह किसी भी समुदाय से हो सकता है। इसके लिए इंतजार करना होगा और देखना होगा कि क्या होता है।"