img

Up Kiran, Digital Desk: कुशीनगर में रविवार की दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब बाजार के बीचोंबीच गोलियों की आवाज़ गूंजी और लोग इधर-उधर भागते नजर आए। यह सनसनीखेज घटना जंगल खिरकिया इलाके के बाजार में हुई, जहां एक पुराने विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। हैरानी की बात यह रही कि जब आरोपी ने खुलेआम हथियार निकाला और फायरिंग शुरू की, तब पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन कार्रवाई के बजाय दरोगा ने पीछे हटना ही बेहतर समझा।

जब वीडियो ने उगल दी पूरी सच्चाई

घटना का पूरा दृश्य आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों और मोबाइल वीडियो में रिकॉर्ड हो गया, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि आरोपी दिनेश यादव हाथ में रिवॉल्वर लिए घूम रहा था। पहले तो उसने दो बार हवा में फायर किया और फिर तीसरी गोली सीधा युवक विकास यादव के पेट में उतार दी। इसी दौरान मौके पर तैनात दरोगा रिजवान भी वीडियो में नजर आए, लेकिन उन्होंने हालात पर काबू पाने की कोई ठोस कोशिश नहीं की। जैसे ही फायरिंग हुई, वो खुद को बचाने के लिए पीछे हट गए।

मामूली झगड़े से पहुंची जानलेवा हिंसा तक

बताया जा रहा है कि यह मामला दो पक्षों के बीच चल रहे विवाद का था, जो पहले कहासुनी तक सीमित रहा, फिर देखते ही देखते धक्का-मुक्की और आखिर में गोलीबारी तक पहुंच गया। यह सब उस जगह हुआ, जहां से पुलिस चौकी महज कुछ कदम की दूरी पर है। गोली लगते ही विकास यादव ज़मीन पर गिर पड़ा। तुरंत स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और घायल को जिला अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने के कारण उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

पुलिस की घेराबंदी, तीन आरोपी दबोचे गए

घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने इलाके को घेर लिया और तत्काल कार्रवाई शुरू की। क्षेत्राधिकारी अजय कुमार सिंह ने जानकारी दी कि दिनेश यादव और राहुल यादव सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ हत्या के प्रयास, अवैध हथियारों का उपयोग और शांति भंग जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल

इस घटना ने स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। आम लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि अगर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी समय रहते हस्तक्षेप करते, तो शायद यह वारदात टल सकती थी। अब यह देखना होगा कि इस मामले में सिर्फ आरोपियों पर ही नहीं, बल्कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कोई कार्रवाई होती है या नहीं।