Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में जंगली जानवरों की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है। राजधानी लखनऊ के सालेनगर तिराहे के पास हाल ही में तेंदुए को घूमते देखा गया। इस घटना का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसने आम जनता में डर और चिंता दोनों बढ़ा दी है।
वन विभाग सक्रिय, लेकिन क्या है तैयारी?
तेंदुए की मौजूदगी की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत खोज अभियान में जुट गई है। अधिकारियों ने नागरिकों से सतर्क रहने और अनजान जगहों पर अकेले न जाने की सलाह दी है। हालांकि, लगातार बढ़ रहे जंगली जानवरों के हमलों को लेकर प्रशासन की प्रतिक्रिया और तैयारियों पर सवाल भी उठ रहे हैं।
जनता में भय का माहौल, प्रशासन की भूमिका पर बढ़ रहा दबाव
हाल के महीनों में बिजनौर, पीलीभीत, बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर और अन्य जिलों में जंगली जानवरों द्वारा हमले की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। इससे न केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लोग बल्कि राजधानी के निवासी भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। खासकर गरीब और कमजोर वर्ग के लोग इस खतरे के बीच अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर असहज महसूस कर रहे हैं।
राजनीतिक विवाद: क्या सरकार कर रही है पर्याप्त कार्रवाई?
इस मामले पर विपक्ष के वरिष्ठ नेता अखिलेश यादव ने भी जोरदार बयान दिया है। उन्होंने 20 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रदेश में जंगली जानवरों के हमलों से कई लोगों की जान जा चुकी है और घायल भी हुए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस समस्या से निपटने में नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने तेंदुए की राजधानी में मौजूदगी की फोटो साझा करते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर कटाक्ष भी किया।
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