_33761421.png)
कश्मीर घाटी के मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम में दहशतगर्दों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी है। इस हमले से पूरे देश में गुस्से की लहर फैल गई है और सरकार ने सेना को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सऊदी अरब से लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस घटना के संबंध में विभिन्न अफसरों के साथ बैठक कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में खुफिया एजेंसियों ने पता लगा लिया है कि पहलगाम के आतंकवादी भारत में कहां से घुसे थे। ये आतंकी पीर पंजाल के पहाड़ी क्षेत्र से भारत आए थे। जांच से पता चला कि इसके बाद वे राजौरी से चतरू और फिर वधावन होते हुए पहलगाम पहुंचे।
ये पूरा इलाका रियासी और उधमपुर जिलों में पड़ता है जहां गुज्जर और बकरवाल समुदाय की बड़ी आबादी है. ऐसा माना जा रहा है कि दहशतगर्दों ने यह रास्ता इसलिए चुना होगा ताकि वे आम लोगों से छिपते हुए यात्रा कर सकें। पहलगाम हमले के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस, सशस्त्र सुरक्षा बलों सहित विभिन्न एजेंसियों ने भारत-नेपाल सोनौली सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। दहशतगर्दों को इस क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने के लिए सीमा पार करने से पहले हर किसी की गहन जांच करने के आदेश जारी किए गए हैं।
पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक का डर
पहलगाम हमले के बाद कश्मीर घाटी में दहशतगर्दों की तलाश जारी है। दूसरी ओर बारामूला इलाके में सेना और दहशतगर्दों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इस हमले में दो आतंकवादी मारे गये। हमले के कुछ ही घंटों के भीतर गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर पहुंच गए। अब पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक का डर सता रहा है। पाकिस्तान ने कल से ही अपनी वायु सेना को अलर्ट पर रखा है। पाकिस्तान की वायु सेना ने गश्त बढ़ा दी है। दहशतगर्दों ने पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाया जिसमें 26 लोग मारे गए। दहशतगर्दों ने देश के विभिन्न भागों से कश्मीर घूमने आए पर्यटकों को निशाना बनाकर उनकी हत्या कर दी। इस हमले के बाद लोग सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।