
Up Kiran, Digital Desk: आजकल बाज़ार में महंगे-महंगे शैम्पू, कंडीशनर और हेयर सीरम की भरमार है, जो लंबे-घने और मज़बूत बालों का वादा करते हैं। लेकिन नतीजा क्या होता है? केमिकल के इस्तेमाल से बाल और ज़्यादा रूखे, बेजान और कमज़ोर हो जाते हैं।
ऐसे में क्यों न हम वापस अपनी जड़ों की ओर लौटें और अपनी दादियों-नानियों के उन सदियों पुराने नुस्खों को अपनाएं, जिनसे उनके बाल बुढ़ापे में भी काले और घने रहते थे? ये नुस्खे छिपे हैं कुछ आयुर्वेदिक पाउडरों में, जो आज भी हर देसी महिला की पहली पसंद हैं।
आइए जानते हैं उन 5 जादुई पाउडरों के बारे में, जो आपके बालों की हर समस्या का समाधान हैं।
1. आंवला: बालों का ‘सुपरफूड’: आंवला विटामिन C का खज़ाना है। यह बालों को जड़ से मज़बूत बनाता है, उन्हें असमय सफ़ेद होने से रोकता है और सिर की त्वचा (स्कैल्प) को स्वस्थ रखता है। इसका पेस्ट बनाकर बालों में लगाने से उनमें एक नई जान और चमक आ जाती है।
2. रीठा: प्रकृति का अपना शैम्पू: अगर आप केमिकल वाले शैम्पू से तंग आ चुके हैं, तो रीठा आपके लिए ही है। यह एक नैचुरल क्लींज़र है जो बालों की गंदगी को साफ़ करता है, वो भी बिना बालों के प्राकृतिक तेल को नुक़सान पहुँचाए।
3. शिकाकाई: बालों के लिए ‘कंडीशनर’: शिकाकाई का मतलब ही होता है 'बालों के लिए फल'। यह बालों को मुलायम, चमकदार और सुलझा हुआ बनाता है। यह एक बेहतरीन नैचुरल कंडीशनर है, जिसके इस्तेमाल के बाद आपको किसी और प्रोडक्ट की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।
4. भृंगराज: ‘बालों का राजा: जैसा नाम, वैसा काम! भृंगराज को 'केशराज' भी कहा जाता है। यह बालों के झड़ने को रोकने और नए बाल उगाने के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह बालों की ग्रोथ को तेजी से बढ़ाता है और उन्हें घना बनाता है।
5. ब्रह्मी: दिमाग के साथ बालों के लिए भी फायदेमंद
ब्रह्मी न सिर्फ़ दिमाग को शांत करता है, बल्कि यह बालों की जड़ों को पोषण देकर उन्हें मज़बूत भी बनाता है। यह डैंड्रफ और सिर की खुजली जैसी समस्याओं को भी दूर करता है।
कैसे करें इस्तेमाल: आप इन पाउडरों को अलग-अलग या फिर आंवला, रीठा और शिकाकाई को बराबर मात्रा में मिलाकर दही या पानी के साथ एक पेस्ट बनाकर इस्तेमाल कर सकती हैं। इसे हफ्ते में एक या दो बार हेयर मास्क की तरह लगाएं और फिर देखें जादू!