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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक ऐसी आर्थिक उपलब्धि हासिल की है, जो दुनिया भर में उसकी विशालता और ताकत का एहसास कराती है। बैंक की कुल बैलेंस शीट का आकार अब 66 लाख करोड़ रुपये (लगभग 788 बिलियन अमेरिकी डॉलर) तक पहुंच गया है, जो दुनिया के 175 से अधिक देशों की कुल सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से भी अधिक है। यह आंकड़ा एसबीआई को सिर्फ भारत का नहीं, बल्कि वैश्विक वित्तीय परिदृश्य का एक दिग्गज खिलाड़ी बनाता है।

यह बताता है कि एसबीआई कितना विशाल और प्रभावशाली वित्तीय संस्थान है। यह सिर्फ एक बैंक नहीं, बल्कि एक आर्थिक शक्ति केंद्र है जो भारत की आर्थिक गतिविधियों का एक बड़ा हिस्सा चलाता है। 175 देशों की जीडीपी से भी बड़ा होना यह दर्शाता है कि एसबीआई के पास कितनी बड़ी संपत्ति, ऋण और अन्य वित्तीय देनदारियां हैं, जो इसे एक बहुत बड़ा वित्तीय इंजन बनाती हैं।

यह उपलब्धि कई कारणों से महत्वपूर्ण है:

आर्थिक स्थिरता: यह भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती और एसबीआई जैसे उसके प्रमुख संस्थानों की स्थिरता को दर्शाता है।

वैश्विक विश्वसनीयता: यह भारत की वित्तीय प्रणाली में वैश्विक विश्वास को बढ़ाता है।

विकास का प्रतीक: यह बताता है कि कैसे भारत के बड़े बैंक देश के आर्थिक विकास और महत्वाकांक्षाओं को बढ़ावा दे रहे हैं।

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