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Up kiran,Digital Desk : अब राशन की दुकान पर लगने वाली लंबी लाइनों और घंटों के इंतजार से छुटकारा मिलने वाला है। उत्तराखंड सरकार एक ऐसा मोबाइल ऐप लाने जा रही है, जिससे प्रदेश के करीब 54 लाख लोग घर बैठे ही अपना एक बहुत जरूरी काम निपटा सकेंगे।

क्या है मामला?

पूरे देश की तरह उत्तराखंड में भी फर्जी राशन कार्डों को हटाने के लिए सभी राशन कार्डधारकों का ई-केवाईसी (e-KYC) करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसकी आखिरी तारीख 15 दिसंबर है, लेकिन अभी तक प्रदेश के आधे से ज्यादा लोगों का केवाईसी नहीं हो पाया है।

इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि केवाईसी करवाने के लिए सभी को अपने राशन डीलर की दुकान पर जाकर ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगाना पड़ रहा था। ऐसे में, जो लोग बूढ़े हैं, बीमार हैं या दिव्यांग हैं, उनके लिए यह काम बहुत मुश्किल था। बाकी लोगों को भी अपना काम-धंधा छोड़कर लाइनों में लगना पड़ रहा था।

अब मोबाइल ऐप करेगा काम आसान

इसी मुश्किल को देखते हुए अब खाद्य आपूर्ति विभाग एक-दो दिन में एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रहा है। इस ऐप से लोग अपने मोबाइल फोन से ही अपनी ई-केवाईसी पूरी कर सकेंगे। अब आपको राशन की दुकान तक जाने की कोई जरूरत नहीं होगी।

अंगूठा नहीं, आंखों से होगी पहचान

इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि इसमें पहचान के लिए अंगूठे के निशान (बायोमीट्रिक) की जगह आंखों की पुतली (आइरिस) को स्कैन किया जाएगा। यह एक बहुत ही आधुनिक और आसान तरीका है।

ऐप में और क्या मिलेगा?

  • केवाईसी के अलावा, आप इस ऐप पर अपने राशन कार्ड से जुड़ी हर जानकारी देख सकेंगे।
  • आपको इस साल कितना राशन मिला, कितना बाकी है, आपके परिवार में कितने सदस्य हैं, यह सब कुछ बस एक क्लिक पर पता चल जाएगा।
  • इससे राशन डीलरों और सरकारी कर्मचारियों का काम भी आसान हो जाएगा और पूरे सिस्टम में पारदर्शिता आएगी।

यह कदम उन लाखों लोगों के लिए एक बड़ी राहत है, जो केवाईसी की प्रक्रिया को लेकर परेशान थे। अब बस ऐप के लॉन्च होने का इंतजार है, जिसके बाद यह सारी दौड़-भाग खत्म हो जाएगी।