
टीवी इंडस्ट्री के मशहूर चेहरे शीजान खान और फलक नाज इन दिनों अपनी बहन शफक नाज को लेकर फिर से सुर्खियों में हैं। कभी एक-दूसरे के बेहद करीब रहे इन भाई-बहनों के रिश्ते में अब गहरी दरार आ चुकी है। हाल ही में एक इंटरव्यू में शीजान और फलक ने अपनी भावनाएं खुलकर सामने रखीं और बताया कि आखिर क्यों आज उनका और शफक का रिश्ता इतना बिगड़ गया है।
मां की बीमारी के वक्त भी नहीं आई शफक, फूट पड़ा गुस्सा
शीजान खान और फलक नाज ने सिद्धार्थ कन्नन के साथ बातचीत में बताया कि उनकी मां गंभीर रूप से बीमार थीं और उन्हें एक बच्चे की तरह देखभाल की जरूरत थी।
शीजान ने कहा कि जब वे तुनिषा शर्मा केस के चलते जेल में थे, उस मुश्किल समय ने उनकी मां को अंदर से तोड़ दिया था।
मां ने दवाइयां लेना छोड़ दी थीं, जिससे उनकी तबीयत और बिगड़ गई।
इस दौरान जब परिवार को सबसे ज्यादा साथ की जरूरत थी, तब शफक ने उनसे दूरी बना ली। शीजान ने दुख जताया कि शफक को सब कुछ पता था, फिर भी वह मां से मिलने नहीं आईं। फलक ने भी कहा कि मां शफक को बहुत मिस करती थीं और उनके इंतजार में उनकी हालत और खराब होती चली गई।
शफक के बयान से टूटा मां का दिल
शीजान और फलक ने बताया कि शफक ने एक इंटरव्यू में खुद को 'बच्ची' कहकर पेश किया था, जिससे उनकी मां बेहद आहत हुई थीं।
शीजान का कहना है कि माता-पिता कभी अपने बच्चों में भेदभाव नहीं करते, लेकिन शफक ने खुद को अलग कर लिया।
फलक ने जोड़ा कि मां ने घुटने की सर्जरी के बाद खुद शफक को फोन किया था, लेकिन वहां से भी कोई भावनात्मक जुड़ाव नहीं मिला।
दोनों ने कहा कि भले ही शफक उनसे बात न करे, लेकिन उसे अपनी मां के हालचाल जरूर लेने चाहिए थे। परिवार में दरारें हमेशा तकलीफदेह होती हैं, लेकिन मां के लिए यह दूरी सबसे ज्यादा दर्दनाक साबित हुई।
तुनिषा शर्मा केस में जेल गए थे शीजान खान
शीजान खान का जीवन उस समय एक बड़े झटके से गुजर रहा था जब तुनिषा शर्मा की आत्महत्या का मामला सामने आया।
'अली बाबा: दास्तान-ए-काबुल' के सेट पर मुलाकात के बाद शीजान और तुनिषा एक-दूसरे को डेट कर रहे थे।
24 दिसंबर 2022 को तुनिषा ने आत्महत्या कर ली थी और उनकी मां ने शीजान पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था।
इसके बाद शीजान को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई।
इस कठिन समय ने शीजान के परिवार को तोड़कर रख दिया। मां की बिगड़ती तबीयत और भाई-बहनों के बीच बढ़ती दूरियां, इन सबने हालात को और भी मुश्किल बना दिया।
शीजान, फलक और शफक: कभी न टूटने वाला बंधन अब सवालों के घेरे में
जिस परिवार ने कभी साथ में खुशियां मनाईं, वही अब दूरियों का शिकार हो चुका है।
शीजान और फलक आज भी चाहते हैं कि शफक कम से कम मां से अपना रिश्ता न तोड़े।
दर्द और गुस्से के बावजूद, दोनों के लहजे में एक टीस साफ महसूस होती है।
शायद वक्त के साथ घाव भरें और रिश्तों की ये दूरियां मिटें। लेकिन फिलहाल, यह कहानी परिवार, प्यार और टूटते भरोसे की एक कड़वी तस्वीर पेश करती है।
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