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Up kiran,Digital Desk : जब आप बाज़ार से पनीर खरीदकर लाते हैं, तो सोचते हैं कि आज घर में कुछ अच्छा और सेहतमंद बनेगा। लेकिन क्या हो अगर वो पनीर, पनीर हो ही न? आपकी सेहत के साथ एक ऐसा ही खतरनाक खिलवाड़ हजारीबाग में चल रहा  जहां पुलिस ने एक नकली पनीर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है।

कैसे हुआ इस ज़हरीले खेल का पर्दाफाश?

कहानी किसी फिल्म की तरह है। हजारीबाग के पुलिस कप्तान (SP) अंजनी अंजन को एक खुफिया जानकारी मिली कि चरही इलाके में नकली पनीर बनाने का काला धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। खबर मिलते ही SP ने एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाई और रविवार को सुबह-सुबह चनारो गांव की उस फैक्ट्री पर छापेमारी कर दी।

फैक्ट्री के अंदर का नज़ारा देखकर उड़े होश

जब टीम फैक्ट्री के अंदर घुसी, तो वहां का मंजर देखकर हैरान रह गई। मौके से लगभग डेढ़ क्विंटल (यानी 150 किलो) नकली पनीर ज़ब्त किया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी (Food Safety Officer) ने जब पहली नज़र में पनीर को देखा तो साफ कह दिया, "यह पनीर नकली लग रहा है। इसे खाने से कई तरह की खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं।"

अब आगे क्या होगा?

  • पनीर और मक्खन के सैंपल को जांच के लिए लैब भेज दिया गया  जिसकी रिपोर्ट कुछ ही दिनों में आ जाएगी।
  • तब तक के लिए, पूरी फैक्ट्री को सील कर दिया गया है।
  • फैक्ट्री चलाने वाले अनिल सिंह पर मामला दर्ज कर लिया गया है।

सबसे बड़ा सवाल: इतने सालों से पुलिस क्या कर रही थी?

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह ज़हरीला धंधा पिछले कई सालों से खुलेआम चल रहा था, लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जब SP की स्पेशल टीम ने छापा मारा, तब जाकर चरही थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। यह घटना इस बात पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती  कि कैसे इतने लंबे समय तक लोगों की सेहत के साथ यह खिलवाड़ चलता रहा।

यह घटना हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि बाज़ार से कुछ भी खरीदते समय थोड़ा सावधान रहें, क्योंकि मुनाफे के लालच में कुछ लोग हमारी सेहत से खेलने में ज़रा भी नहीं हिचकते।