Gold Price: अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आते ही दुनियाभर के बाजारों में हलचल मच गई। भारतीय और अमेरिकी शेयर बाजारों ने जहां डोनाल्ड ट्रंप की जीत को बड़े उत्साह के साथ अपनाया, वहीं सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली। भारतीय वायदा बाजार में सोने के भाव में 1850 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई, जबकि चांदी में भी करीब 3800 रुपये प्रति किलोग्राम की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का यही असर विदेशी बाजारों में भी देखने को मिला। न्यूयॉर्क के कॉमेक्स बाजार में सोने के हाजिर भाव में 80 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा की गिरावट आई और चांदी के हाजिर भाव में भी करीब 4.50 फीसदी की गिरावट आई।
गिरावट के प्रमुख कारण
1. डॉलर सूचकांक में वृद्धि:
डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद डॉलर इंडेक्स में जबरदस्त उछाल आया, जिसके चलते निवेशकों ने सुरक्षित निवेश साधनों से मुंह मोड़ लिया। डॉलर की मजबूती के चलते सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ा है और निवेशक अब डॉलर में ज्यादा निवेश कर रहे हैं, जिससे सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है।
2. तकनीकी लाभ बुकिंग:
पिछले तीन महीनों में सोने की कीमतों में करीब 9 फीसदी (6500 रुपये प्रति 10 ग्राम) की बढ़ोतरी हुई थी। इस बढ़ोतरी के बाद मुनाफावसूली का दौर शुरू हो गया है, जिसमें निवेशक अपने मुनाफे को नकदी में बदल रहे हैं। यह मुनाफावसूली भी सोने की कीमतों में गिरावट का एक बड़ा कारण है।
3. स्थानीय मांग में कमी:
भारत में दिवाली जैसे बड़े त्योहारों के बाद अब शादियों के सीजन की खरीदारी भी लगभग पूरी हो चुकी है। सोने की स्थानीय मांग में कमी के कारण भारतीय बाजार में भी सोने की कीमतों पर दबाव है। पुराना स्टॉक बढ़ने के कारण दुकानदार नया सोना नहीं खरीद रहे हैं, जिससे कीमतों में और गिरावट आ रही है।
4. ट्रम्प की जीत का फेड नीतियों पर प्रभाव:
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने अभियान के दौरान फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की नीति का विरोध किया था। ट्रम्प की जीत के बाद, निवेशकों ने यह धारणा बना ली है कि फेड ब्याज दरों में और कटौती नहीं करेगा, जिसका सोने में निवेश पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
आने वाले महीनों में सोने की संभावित कीमतें
जानकारों का मानना है कि साल के अंत तक सोने की कीमतों में 3 से 5 फीसदी की और गिरावट आ सकती है। नतीजतन, MCX पर सोने की कीमतें 73,000 से 75,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक आ सकती हैं। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 2,600 डॉलर प्रति औंस से नीचे जा सकता है। आने वाले दिनों में डॉलर की मजबूती का असर और साफ तौर पर दिख सकता है और सोने में मुनाफावसूली जारी रह सकती है।
चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट
बुधवार को भारतीय वायदा बाजार में चांदी की कीमत में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी का भाव 3,828 रुपये की गिरावट के साथ 90,820 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान चांदी का भाव 90,020 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया, जो एक दिन पहले 94,648 रुपये पर था। इस गिरावट का असर विदेशी बाजारों में भी देखने को मिला, जहां कॉमेक्स पर चांदी के हाजिर भाव में 4.57 फीसदी की गिरावट आई और भाव 31.17 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
विदेशी बाजारों में सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट
न्यूयॉर्क के कॉमेक्स बाजार में सोना वायदा 81 डॉलर प्रति औंस से अधिक की गिरावट के साथ 2,668.70 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। वहीं, सोना हाजिर में 85 डॉलर की गिरावट देखी गई और कीमत 2,659.40 डॉलर प्रति औंस पर रही। सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का असर ब्रिटिश और यूरोपीय बाजारों में भी साफ तौर पर दिखा। ब्रिटिश बाजार में चांदी का भाव 3.38 फीसदी की गिरावट के साथ 24.19 पाउंड प्रति औंस पर बंद हुआ, जबकि यूरोपीय बाजार में यह 2.80 फीसदी की गिरावट के साथ 29.05 यूरो प्रति औंस पर बंद हुआ।
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