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Up kiran,Digital Desk : ज़रा सोचिए, आपके शरीर के अंदर एक ऐसी मशीन है जो बिना रुके, बिना थके, 24x7 काम करती है। जिस दिन से आप पैदा हुए हैं, उस दिन से लेकर आज तक यह एक सेकंड के लिए भी नहीं रुकी है। यह मशीन है आपका दिल।

यह हर दिन लगभग 1 लाख बार धड़ककर आपके शरीर की हर एक कोशिका (Cell) तक ज़िंदगी (ऑक्सीजन और पोषण) पहुंचाता है। अगर यह सिर्फ एक सेकंड के लिए भी रुक जाए, तो सब कुछ खत्म हो सकता है।

इतनी मेहनत करने वाले इस 'दोस्त' का ख्याल रखना हमारी ज़िम्मेदारी है, है न? योग गुरु बाबा रामदेव भी यही कहते हैं कि अगर आप दिल को फौलाद जैसा मजबूत रखना चाहते हैं, तो दवाइयों से पहले इन 5 'जादुई' एक्सरसाइज़ को अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना लीजिए।

1. दवा से सस्ती, असर में बेस्ट: तेज़ चाल (Brisk Walking)
जी हाँ, वही तेज़ चाल जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं! बाबा रामदेव कहते हैं कि यह दिल और दिमाग, दोनों के लिए बेस्ट एक्सरसाइज़ है। आपको मैराथन नहीं दौड़ना, बस इतना तेज़ चलना है कि आपकी सांस हल्की सी फूले और दिल की धड़कन थोड़ी बढ़ जाए।

  • विज्ञान क्या कहता है?: कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की एक स्टडी कहती है कि दिन में सिर्फ 11 मिनट की तेज़ चाल भी हार्ट की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को काफी कम कर सकती है। है न कमाल की बात?

2. बचपन का खेल, बुढ़ापे का सहारा: साइकिलिंग (Cycling)
याद है बचपन में साइकिल चलाने में कितना मज़ा आता था? वही मज़ा अब आपके दिल को सेहतमंद बना सकता है। चाहे आप बाहर खुली हवा में चलाएं या घर पर एक्सरसाइज़ वाली बाइक पर, यह आपके दिल की धड़कन को बढ़ाती है, खून के बहाव को बेहतर करती है और दिल की मांसपेशियों को टोन करती है।

  • विज्ञान क्या कहता है?: एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग रोज़ साइकिल से ऑफिस जाते हैं, उनमें दिल की बीमारी का खतरा बहुत कम होता है।

3. जोड़ों का दोस्त, दिल का रक्षक: तैराकी (Swimming)
अगर आपके जोड़ों में दर्द रहता है और आप दौड़ नहीं सकते, तो स्विमिंग आपके लिए ही बनी है। यह एक ऐसी कमाल की कार्डियो एक्सरसाइज़ है जो आपके पूरे शरीर पर काम करती है और जोड़ों पर ज़रा भी दबाव नहीं डालती।

  • विज्ञान क्या कहता है?: एक बड़ी स्टडी में पता चला कि स्विमिंग करने वालों में किसी भी कारण से होने वाली मौत का खतरा 50% तक कम था!

4. डोले-शोले ही नहीं, दिल भी बनेगा मज़बूत: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (Strength Training)
अगर आप सोचते हैं कि वज़न उठाना सिर्फ बॉडी बनाने वालों का काम है, तो आप गलत हैं। यह आपके दिल के लिए भी एक 'सुरक्षा कवच' की तरह काम करता है।

  • विज्ञान क्या कहता है?: एक स्टडी से पता चला है कि हफ्ते में सिर्फ एक घंटा (या उससे भी कम) वज़न उठाने वाली एक्सरसाइज़ करने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा 40% से 70% तक कम हो जाता है, भले ही आप कार्डियो करें या न करें!

5. कम समय में ज़्यादा फायदा: HIIT (हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग)
यह उन लोगों के लिए बेस्ट है जिनके पास समय की कमी होती है। इसमें आपको थोड़े समय के लिए बहुत तेज़ी से एक्सरसाइज़ करनी होती है और फिर छोटा सा ब्रेक लेना होता है। जैसे, 30 सेकंड फुल स्पीड में दौड़ना, फिर 60 सेकंड धीरे-धीरे चलना।

  • विज्ञान क्या कहता है?: रिसर्च बताती है कि HIIT एक्सरसाइज़ दिल की सेहत (VO₂ max) को सुधारने में नॉर्मल वर्कआउट से कहीं ज़्यादा असरदार है।

तो अब बहाने बनाना छोड़िए। अपने उस दोस्त (दिल) के लिए जो आपके लिए बिना रुके काम कर रहा है, रोज़ बस कुछ मिनट निकालिए और उसे सेहत का तोहफा दीजिए।