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Up Kiran, Digital Desk: जब भी हम अपनी सेहत के बारे में सोचते हैं, तो हमारा ध्यान वजन, ब्लड प्रेशर या शुगर लेवल जैसी चीजों पर जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके शरीर का एक हिस्सा, जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, वह आपकी सेहत और भविष्य में होने वाली बीमारियों का सबसे बड़ा राज खोल सकता है? और वह हिस्सा है आपकी गर्दन!

जी हां, एक नई और बेहद महत्वपूर्ण स्टडी में यह बात सामने आई है कि आपकी गर्दन का आकार यह बता सकता है कि आपको दिल की बीमारी और जल्दी मृत्यु का कितना खतरा है। यह एक ऐसा आसान टेस्ट है जिसे आप अभी, इसी वक्त शीशे के सामने खड़े होकर कर सकते हैं।

क्या है यह 'नेक टेस्ट' और यह इतना महत्वपूर्ण क्यों है

यह टेस्ट बहुत ही सरल है: आपको बस अपनी गर्दन के मोटापे पर ध्यान देना है। अगर आपकी गर्दन सामान्य से ज्यादा मोटी है या उस पर चर्बी जमी हुई है, तो यह आपके लिए एक बड़ी चेतावनी हो सकती है।

वैज्ञानिकों और डॉक्टरों का मानना है कि गर्दन का मोटापा (high neck circumference) सिर्फ एक बाहरी बनावट नहीं है, बल्कि यह शरीर के अंदरूनी स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। गर्दन पर जमा फैट ऊपरी शरीर में मौजूद 'सबक्यूटेनियस फैट' (subcutaneous fat) का संकेत होता है, और यह फैट शरीर के दूसरे हिस्सों के फैट की तुलना में कहीं ज्यादा खतरनाक होता है।

मोटी गर्दन और दिल की बीमारी का क्या है कनेक्शन?

आप सोच रहे होंगे कि गर्दन की चर्बी का दिल से क्या लेना-देना? दरअसल, गर्दन में जमा हुआ फैट मेटाबॉलिक रूप से बहुत सक्रिय होता है। इसका मतलब है कि यह फैट चुपचाप बैठा नहीं रहता, बल्कि यह लगातार कुछ ऐसे हानिकारक केमिकल और इंफ्लेमेटरी (सूजन पैदा करने वाले) पदार्थ खून में छोड़ता रहता है जो सीधे आपके दिल और धमनियों पर हमला करते हैं।

एक मोटी गर्दन इन गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकती है:

दिल की बीमारियां: गर्दन पर जमा चर्बी धमनियों में रुकावट (Atherosclerosis) और हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाती है।

हाई कोलेस्ट्रॉल: यह फैट बुरे कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ाता है, जो धमनियों के लिए खतरनाक है।

हाई ब्लड प्रेशर: स्टडीज में मोटी गर्दन और हाई बीपी के बीच एक सीधा संबंध पाया गया है।

इंसुलिन रेजिस्टेंस: यह डायबिटीज की पहली स्टेज है, जहां आपका शरीर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है।

कई मामलों में, गर्दन का मोटापा BMI (बॉडी मास इंडेक्स) से भी बेहतर तरीके से दिल की बीमारियों के खतरे का अनुमान लगा सकता है।

अब आपको क्या करना चाहिए:अगर आपको लगता है कि आपकी गर्दन का आकार बढ़ा हुआ है, तो घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। इसे एक 'वेक-अप कॉल' या एक शुरुआती चेतावनी की तरह देखें। यह सही समय है अपनी सेहत पर ध्यान देने का।

तुरंत जांच कराएं: अपने डॉक्टर से मिलें और अपना ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल की जांच जरूर कराएं।

वजन कंट्रोल करें: गर्दन की चर्बी कम करने का सबसे अच्छा तरीका है शरीर का कुल वजन कम करना।

स्वस्थ आहार लें: अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज शामिल करें और तली-भुनी, मीठी चीजों से दूर रहें।

नियमित व्यायाम करें: हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की एक्सरसाइज (जैसे तेज चलना, जॉगिंग, साइकिल चलाना) को अपनी आदत बनाएं। इससे शरीर की कुल चर्बी कम होगी, जिसका असर आपकी गर्दन पर भी दिखेगा।

आपका शरीर हमेशा आपको संकेत देता है, बस जरूरत है उन्हें समय पर पहचानने की। अगली बार जब आप शीशे में देखें, तो सिर्फ अपने चेहरे को ही नहीं, अपनी गर्दन पर भी एक नजर जरूर डालें। यह छोटी सी आदत आपको एक लंबी और स्वस्थ जिंदगी दे सकती है।