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मुंबई (महाराष्ट्र) — महाराष्ट्र में एक नई राजनीतिक हलचल सामने आई है, जिसमें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे पर मराठी के नाम पर नफरत फैलाने का गंभीर आरोप लगाया गया है। बॉम्बे हाईकोर्ट के तीन वरिष्ठ वकीलों ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत उन पर कार्रवाई की मांग उठाई है।

आरोप और शिकायत

बीज़नेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, वकील विनीत जिंदल ने "भाषाई आतंकवाद" के आधार पर पुलिस आयुक्त और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को शिकायत सौंपी है  । शिकायत में कहा गया है कि राज ठाकरे और अन्य MNS कार्यकर्ताओं ने हिंदी-भाषी लोगों पर ज़ोर डाला कि वे मराठी बोलें, और उनकी इस राजनीतिक गतिविधि से सामाजिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था को गंभीर खतरा पैदा हो गया है  ।

जिं�डल का आरोप है कि राज ठाकरे द्वारा हिंदी-भाषियों को धमकाने, मारने-पीटने और मराठी न बोलने पर मार खाने की घटनाओं ने राज्य की आंतरिक सुरक्षा को प्रभावित किया है। शिकायत में ये भी कहा गया है कि उन्हें मार गिराने की धमकियाँ मिली हैं और न्याय की मांग की जा रही है  ।

तेज़ी से बढ़ा मामले का स्वरूप

यह शिकायत मिरा रोड स्थित एक हिंदी-भाषी दुकानदार पर हुए हमले के तुरंत बाद दर्ज की गई। दावा है कि उस हमले के पीछे MNS कार्यकर्ता ही थे  ।

तीनों वकीलों ने इसके तहत NSA, साथ ही भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत भी मुकदमा चलाने की मांग की है। उनका कहना है कि राज ठाकरे की इस भाषा-आधारित राजनीति ने महाराष्ट्र की सामाजिक संरचना को फायदे के बजाय खंडित किया है  ।

 राजनीतिक व कानूनी माहौल

राज ठाकरे ने कई मौकों पर मराठी गौरव और स्थानीय नौकरियों के अधिकार की बात कही है। लेकिन इस प्रकार की भाषा-आधारित हिंसा और धमकियों ने मीडिया व राजनीति में बेहद गहराई से बहस छेड़ दी है।

इस बीच मुख्यमंत्री और पुलिस प्रशासन ने फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। महाराष्ट्र की न्यायपालिका अब इस मामले को गंभीरता से देख रही है।
 

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