
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक भयानक सड़क हादसे में छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के भुजौली चौराहे पर हुआ, जब एक तेज रफ्तार कार नियंत्रण खो बैठी और सड़क किनारे एक बड़े पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह से पिचक गई और अंदर बैठे लोगों को बाहर निकालने के लिए गैस कटर तक का सहारा लेना पड़ा।
तेज रफ्तार बनी जानलेवा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार हुई कार ब्रेजा थी, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 32 जेसी 6660 है। यह कार पडरौना से खड्डा की ओर जा रही थी और उसमें कुल आठ लोग सवार थे। कार चालक बेहद तेज गति से गाड़ी चला रहा था। जैसे ही कार भुजौली चौराहे पर पहुंची, वह संतुलन खो बैठी और सड़क किनारे एक अशोक के पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से कुचल गया। कार में लगे एयरबैग तक खुल नहीं सके और ज्यादातर लोग कार के अंदर ही फंस गए।
स्थानीय लोगों की मदद से चला रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर दौड़े। लोगों ने फौरन मदद शुरू की और गैस कटर और लोहे की रॉड की मदद से कार के दरवाजे और छत को काटकर उसमें फंसे लोगों को बाहर निकाला। छह लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल थे। घायलों को एंबुलेंस से पहले जिला अस्पताल और फिर हालत गंभीर होने पर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
शिनाख्त में जुटी पुलिस, एक का मिला आधार कार्ड
हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतकों की पहचान की कोशिश की जा रही है। घटनास्थल से एक व्यक्ति के पास से आधार कार्ड मिला है जिसमें पता महाराष्ट्र का दर्ज है, जबकि बाकी लोगों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि सभी लोग रामकोला थाना क्षेत्र के नारायनपुर चरगहा से नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के देवगांव में एक बारात से लौट रहे थे, जब रास्ते में यह हादसा हुआ।
तेज रफ्तार और लापरवाही बना हादसे का कारण
इस हादसे ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि तेज रफ्तार और लापरवाही किस कदर जानलेवा साबित हो सकती है। वाहन चलाते समय सतर्कता और संयम बेहद जरूरी है, खासकर जब रास्ते संकरे और घुमावदार हों। प्रशासन की ओर से भी तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर सख्ती से निगरानी रखने की आवश्यकता है।
परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़
हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। एक ही झटके में कई जिंदगियां खत्म हो गईं और परिवारों के सपनों का भविष्य चकनाचूर हो गया। इस दुर्घटना ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है।