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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग (Uttar Pradesh Gau Sewa Ayog) और योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड (Patanjali Ayurved Ltd.) ने मिलकर गौ-संरक्षण (cow protection) और गौ-आधारित अर्थव्यवस्था (cow-based economy) को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की है। इस सहयोग का मुख्य उद्देश्य राज्य में गायों की सुरक्षा, कल्याण और गौ-उत्पादों के उत्पादन और विपणन को बढ़ावा देना है।

सहयोग का एजेंडा: क्या होगा खास?

उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष, डॉ. प्रभात कुमार और पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव के बीच हुई एक बैठक में इस साझेदारी पर सहमति बनी। इस समझौते के तहत, दोनों संस्थाएं मिलकर निम्नलिखित क्षेत्रों में काम करेंगी:

बाबा रामदेव का 'गौ-प्रेम' और यूपी सरकार की 'गौ-नीति'

बाबा रामदेव ने इस साझेदारी को 'गौ-माता की सेवा' बताया और कहा कि पतंजलि गौ-संरक्षण के क्षेत्र में पहले से ही काम कर रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गौ-संरक्षण के प्रति किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और विश्वास व्यक्त किया कि यह साझेदारी राज्य में गौ-रक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।

उत्तर प्रदेश सरकार भी गौ-संरक्षण को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करती रही है। राज्य में कई गौशालाएं स्थापित की गई हैं और गौ-हत्या के खिलाफ सख्त कानून भी लागू हैं। इस साझेदारी से आयोग को पतंजलि के अनुभव और संसाधनों का लाभ मिलेगा, जिससे गौ-सेवा के कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सकेगा।

क्या होंगे इस साझेदारी के दूरगामी परिणाम?

यह सहयोग न केवल गौ-संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह 'गौ-अर्थव्यवस्था' (Gau-economy) को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक बड़ी पहल है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आय के नए स्रोत खुल सकते हैं और पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान से जोड़कर नए उत्पाद विकसित किए जा सकते हैं।

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