
Up Kiran, Digital Desk: जम्मू और कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सरगर्मी बढ़ी हुई है। इसी कड़ी में, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता ओमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार को राज्य का दर्जा बहाल करने के उसके वादे की याद दिलाने के लिए एक चुटीले और व्यंग्यपूर्ण अंदाज का सहारा लिया है।
ओमर अब्दुल्ला ने हालिया चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मतदाताओं का यह संदेश दिल्ली तक पहुंचेगा। उनका इशारा शायद इस बात की ओर था कि चुनाव नतीजे, खासकर जम्मू और कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदर्शन और कश्मीर घाटी में नेशनल कॉन्फ्रेंस की मजबूत पकड़, जनता की भावनाओं और राज्यत्व बहाली की उनकी इच्छा को दर्शाते हैं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त करते हुए इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। उस समय, केंद्र ने आश्वासन दिया था कि उचित समय आने पर और स्थिति सामान्य होने के बाद जम्मू और कश्मीर को फिर से पूर्ण राज्य का दर्जा लौटा दिया जाएगा।
तब से लेकर अब तक काफी समय बीत चुका है, और विपक्षी दल लगातार इस वादे को पूरा करने की मांग करते रहे हैं। ओमर अब्दुल्ला का ताजा बयान इसी पृष्ठभूमि में आया है, जहां वे चुनाव परिणामों को एक राजनीतिक संदेश के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि केंद्र पर अपने किए गए वादे को जल्द पूरा करने का दबाव बनाया जा सके। उनका यह बयान दर्शाता है कि क्षेत्रीय नेता अभी भी राज्य का दर्जा बहाली को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हैं और इस मुद्दे को भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
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