_1915635492.png)
Up Kiran, Digital Desk: उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले ही राज्य चुनाव आयोग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए अलग-अलग पदों के मतपत्रों के रंग तय किए हैं, ताकि मतदान प्रक्रिया अधिक सरल और व्यवस्थित हो सके। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार के अनुसार, ग्राम पंचायत सदस्य का मतपत्र सफेद, ग्राम प्रधान पद के लिए हरा, क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए नीला और जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी रंग का होगा। इस रंग-कोडिंग से मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करते समय आसानी होगी।
इसके अलावा आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए भी विशेष व्यवस्था की है। जो मतदाता स्वयं चलने में असमर्थ हैं, उन्हें परिवार के किसी सदस्य की सहायता से वाहन द्वारा मतदान केंद्र तक लाने और मतदान के बाद घर पहुंचाने की अनुमति दी गई है। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि दिव्यांग मतदाता बिना किसी परेशानी के मतदान में भाग ले सकें।
राज्य भर में कुल 66,418 पदों के लिए चुनाव कराए जाएंगे, जिनमें ग्राम पंचायत सदस्य के 55,587, ग्राम प्रधान के 7,499, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2,974 और जिला पंचायत सदस्य के 358 पद शामिल हैं। चुनाव के लिए कुल 8,276 मतदान केंद्र बनाए गए हैं और अतिरिक्त 10,529 केंद्र भी स्थापित किए गए हैं।
टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक में सबसे अधिक 186 ग्राम पंचायतें हैं, वही सबसे कम 34 ग्राम पंचायतें ऊधमसिंह नगर के काशीपुर ब्लॉक में हैं। इसके अलावा, अल्मोड़ा के धौलीदेवी में 110, पौड़ी के थलीसैंण में 103, देहरादून के चकराता में 117, रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में 159, टिहरी के चंबा में 104 और उत्तरकाशी के डुंडा में 103 ग्राम पंचायतें हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि राज्य चुनाव आयोग ने व्यापक स्तर पर चुनाव की तैयारी कर ली है और सभी वर्गों के मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए सुविधाएं सुनिश्चित की हैं।
--Advertisement--