धर्म डेस्क। यदि किसी घर में नकारात्मक ऊर्जा व्याप्त होती है तो परिवार में तमाम तरह की समस्याएं आती रहती हैं। परिश्रम के बावजूद आर्थिक तंगी बनी ही रहती है। वास्तु शास्त्र में ऐसे कई उपाय बताये गए हैं जिनसे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे ही उपायों में एक सहज उपाय है एक ख़ास तरह का पौधा लगाना। लेकिन, इसे हमेशा सही दिशा में ही लगाना चाहिए। ये पढ़ा है श्वेतार्क। श्वेतार्क के पौधे को समृद्धि का प्रतीक माना गया है। इस पौधे को घर में लगाने से भगवान गणेश की कृपा बनी रहती है और व्यक्ति के जीवन में चल रही परेशानियां दूर हो जाती हैं।
श्वेतार्क के पौधे को सफेद आक भी कहा जाता है। सनातन मतावलंबी इसके फूल को आमतौर पर भगवान शिव को चढ़ाते हैं। इसके फूल को शिवलिंग पर चढ़ाने से सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। भगवान शिव के अलावा यह पौधा भगवान गणेश को भी बेहद प्रिय है।
शिवपुराण के अनुसार श्वेतार्क भगवान शिव के तीसरे नेत्र से उत्पन्न हुआ था। चूंकि भगवान गणेश भगवान शिव के पुत्र हैं, इसलिए यह पौधा उन्हें भी बेहद प्रिय है। सनातन मान्यता के अनुसार जो व्यक्ति श्वेतार्क के पत्ते बप्पा अर्थात भगवान् गणेश को अर्पित करता है उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार श्वेतार्क का पौधा घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाने से शुभ परिणाम मिलता है। यह पौधा ग्रहों की स्थिति को ठीक करने में मदद करता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा सूर्य देव और पितृ देवताओं से जुड़ी मानी जाती है, इसलिए श्वेतार्क सूर्य देव और पितृ देवताओं का भी प्रिय पौधा माना गया है।
वास्तु शास्त्र श्वेतार्क का पौधा उत्तर-पूर्व दिशा में भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए। बताते चलें कि उत्तर-पूर्व दिशा को ईशान कोण कहा जाता है। श्वेतार्क का पौधा दक्षिण-पश्चिम दिशा का पौधा माना गया है। ऐसे में इसे विपरीत दिशा में लगाने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है। इससे आपके जीवन में परेशानियां भी आ सकती हैं। इसलिए श्वेतार्क के पौधे को हमेशा सही दिशा में ही लगाएं।
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