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warning: वर्तमान में इंसानों के लिए कई तरह की भविष्यवाणियां सामने आ रही हैं, जो कभी-कभी चिंताजनक साबित होती हैं। इनमें से एक हालिया वैज्ञानिक भविष्यवाणी ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन द्वारा किए गए एक शोध में दावा किया गया है कि 2015 से 2099 के बीच यूरोप में 58 लाख से ज्यादा लोगों की मौत जलवायु परिवर्तन के कारण हो सकती है।

इस शोध में बताया गया है कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव न केवल गर्मियों में बल्कि सर्दियों में भी देखने को मिलेगा। रिपोर्ट में ये स्पष्ट किया गया है कि गर्मी से होने वाली मौतों की संख्या ठंड से होने वाली मौतों की तुलना में कहीं अधिक होगी। डॉ. पियरे मैसेलोट इस शोध के मुख्य लेखक हैं, उन्होंने कहा है कि ये रिपोर्ट इसलिए जारी की गई है ताकि दुनिया जलवायु परिवर्तन और बढ़ती गर्मी के प्रति जागरूक हो सके और तत्काल कदम उठाए।

854 शहरों पर पड़ेगा असर

शोध में ये भी बताया गया है कि इस समस्या का सबसे अधिक प्रभाव बार्सिलोना पर पड़ेगा। जहां गर्मी के कारण सबसे ज्यादा मौतें होने की संभावना है। इसके बाद रोम, नेपल्स और मैड्रिड जैसे शहरों का नाम लिया गया है। कुल मिलाकर रिसर्च में यूरोप के 854 शहरों को शामिल किया गया है, जो जलवायु परिवर्तन के खतरे से प्रभावित होंगे।