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Up Kiran, Digital Desk: जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक बड़ी और ज़रूरी ख़बर है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए मौसम का मिजाज बिगड़ने की चेतावनी जारी की है। अगर आप वहाँ रहते हैं या कहीं यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो यह ख़बर आपके लिए बहुत ज़रूरी है।

मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि एक ताक़तवर पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ रहा है। इसके असर से शनिवार यानी 4 अक्टूबर से लेकर 7 अक्टूबर तक मौसम खराब रहने की संभावना है। मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि ऊँचे पहाड़ी इलाकों में बर्फ़बारी का अनुमान है।

कब रहेगा सबसे ज़्यादा असर: चेतावनी के मुताबिक, 5 अक्टूबर की रात से लेकर 7 अक्टूबर की सुबह तक मौसम सबसे ज़्यादा खराब रहेगा। इस दौरान लोगों को बेहद सावधान रहने की सलाह दी गई है।

कहाँ होगी भारी बर्फ़बारी और कहाँ होगी तूफ़ानी बारिश?

विभाग के अनुसार, अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां, ज़ोजिला पास, पीर की गली, राजदान पास और साधना पास जैसे ऊँचाई वाले इलाकों में भारी बर्फ़बारी होने की पूरी आशंका है। वहीं, कश्मीर के मैदानी इलाकों में भी मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।

जम्मू क्षेत्र के लिए चेतावनी और भी गंभीर है। यहाँ कुछ जगहों पर गरज-चमक और तेज़ हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। हवाओं की रफ़्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है, जो 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से और तेज़ हो सकती है।

आम जीवन पर क्या असर पड़ सकता है?

इस खराब मौसम की वजह से:

जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे और श्रीनगर-लेह हाईवे समेत कई मुख्य सड़कें बंद हो सकती हैं।

खतरनाक जगहों पर भूस्खलन (ज़मीन खिसकना) और पहाड़ों से पत्थर गिरने का खतरा बढ़ गया है।

नदियों, नालों और निचले इलाकों में पानी का स्तर अचानक बढ़ सकता है।

किसानों के लिए ज़रूरी सलाह: किसानों को भी खास तौर पर सलाह दी गई है कि वे 5 से 7 अक्टूबर के बीच खेतों में अपने सभी काम रोक दें, ताकि किसी भी तरह के नुकसान से बचा जा सके।

यह चेतावनी इसलिए भी गंभीर है क्योंकि अभी हाल ही में अगस्त-सितंबर में जम्मू-कश्मीर ने भयंकर बाढ़ का सामना किया था, जिससे खासकर जम्मू संभाग में भारी तबाही हुई थी। उस बाढ़ में सड़कें, इमारतें और सरकारी संपत्ति को बहुत ज़्यादा नुकसान पहुँचा था।