
Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के बरेली में हुई हिंसा के मामले में पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने हिंसा के दूसरे मास्टरमाइंड, नदीम को शाहजहांपुर से गिरफ्तार कर लिया है। नदीम को स्थानीय मौलवी और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख तौकीर रजा खान का करीबी और दाहिना हाथ बताया जाता है।
हिंसा भड़कने के बाद से ही नदीम फरार चल रहा था और पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी।
व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जुटाई थी भीड़
पुलिस के अनुसार, नदीम ने ही भीड़ जुटाने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था और लोगों को प्रदर्शन के लिए इकट्ठा होने के लिए उकसाया था। पुलिस ने उसका फोन भी बरामद कर लिया है, जिससे इस मामले में कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।
जांच में पता चला है कि बरेली में हिंसा भड़काने के बाद नदीम उत्तर प्रदेश से भागने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस ने उसे शाहजहांपुर में ही दबोच लिया। बताया जा रहा है कि नदीम, तौकीर रजा का हर आदेश मानता था और उसने बरेली में हिंसा की साजिश एक हफ्ते पहले ही रचनी शुरू कर दी थी।
तौकीर रजा समेत 40 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
'आई लव मुहम्मद' अभियान के समर्थन में हुए एक प्रदर्शन के दौरान भड़की इस हिंसा के मामले में अब तक मौलवी तौकीर रजा खान समेत कुल 40 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तौकीर रजा को हिंसा के एक दिन बाद गिरफ्तार किया गया था। यह हिंसा जुमे की नमाज के बाद शहर के कोतवाली इलाके में एक मस्जिद के बाहर तब हुई, जब 'आई लव मुहम्मद' के पोस्टर लिए हुए भीड़ की पुलिस से झड़प हो गई थी।
बताया जा रहा है कि भीड़ इस बात से नाराज थी कि तौकीर रजा द्वारा बुलाए गए एक प्रदर्शन को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। इस मामले में शहर के कोतवाली, प्रेमनगर, बारादरी, कैंट और किला समेत कई थानों में 180 नामजद और 2,500 अज्ञात "दंगाइयों" के खिलाफ 10 मामले दर्ज किए गए हैं। इन पर हिंसा भड़काने, तोड़फोड़, दंगा, पत्थरबाजी और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसे गंभीर आरोप हैं।