Up Kiran, Digital Desk: अपनी दमदार एक्टिंग से बॉलीवुड में खास पहचान बनाने वाले एक्टर विजय वर्मा ने हाल ही में अपनी जिंदगी के उस मुश्किल दौर के बारे में बात की है, जब वह मानसिक रूप से बुरी तरह टूट गए थे। उन्होंने खुलासा किया कि उस अंधेरे दौर में आमिर खान की बेटी और मेंटल हेल्थ एक्टिविस्ट इरा खान वह पहली इंसान थीं, जिन्होंने उनके दर्द को पहचाना और उन्हें मदद की।
विजय वर्मा ने बताया कि यह उनकी जिंदगी का एक ऐसा दौर था जब बाहर से सब कुछ अच्छा दिख रहा था - उन्हें काम मिल रहा था, पहचान मिल रही थी, लेकिन अंदर ही अंदर वह एक अजीब सी बेचैनी और खालीपन से जूझ रहे थे। उन्होंने कहा कि वह खुद भी नहीं समझ पा रहे थे कि उनके साथ क्या गलत हो रहा है।
'बाहर सब ठीक था, पर अंदर से मैं खत्म हो रहा था'
एक इंटरव्यू में अपने मेंटल हेल्थ स्ट्रगल पर बात करते हुए विजय ने कहा, "यह एक बहुत ही अजीब दौर था। मैं काम कर रहा था, लोग मुझे पहचानने लगे थे, लेकिन मुझे अंदर से कोई खुशी महसूस नहीं हो रही थी। मेरा मानसिक स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा था, लेकिन मैं इस बात से अनजान था।"
उन्होंने आगे बताया, "मैं बस काम में खुद को डुबोए रखता था ताकि इन भावनाओं से दूर रह सकूं, लेकिन इससे बात और बिगड़ रही थी।"
कैसे इरा खान बनीं सहारा?
विजय ने बताया कि इसी दौरान उनकी मुलाकात इरा खान से हुई, जो मेंटल हेल्थ को लेकर काफी मुखर हैं और 'अगत्सु फाउंडेशन' नाम से एक संस्था भी चलाती हैं। विजय ने कहा, "मैं इरा से मिला और उनसे बातचीत के दौरान ही उन्होंने मेरे भीतर चल रही उथल-पुथल को भांप लिया। वह पहली इंसान थीं, जिन्होंने मेरे लक्षणों को पहचाना और मुझसे कहा कि मुझे मदद की जरूरत हो सकती है।"
इरा ने विजय को समझाया कि वह जिन चीजों से गुजर रहे हैं, वे डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं और उन्हें किसी प्रोफेशनल से बात करनी चाहिए। विजय ने बताया कि इरा की उस सलाह ने उनकी आंखें खोल दीं और उन्हें सही समय पर मदद लेने के लिए प्रेरित किया। आज विजय उस दौर से बाहर आ चुके हैं और मेंटल हेल्थ पर खुलकर बात करने की हिम्मत की सराहना करते हैं। उनका यह खुलासा उन लाखों लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो चुपचाप इस तरह के दर्द से गुजरते हैं।
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