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Up kiran,Digital Desk : आज, शनिवार को पूरा देश संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर याद कर रहा है। इसी मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के हजरतगंज स्थित आंबेडकर महासभा कार्यालय पहुंचे और बाबासाहेब को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे।

बौद्ध वंदना के साथ दी गई श्रद्धांजलि

कार्यक्रम की शुरुआत बौद्ध भिक्षुओं द्वारा की गई 'बुद्ध वंदना' और 'त्रिशरण पंचशील' के पाठ के साथ हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं ने बाबासाहेब के अस्थि-कलश कक्ष में पुष्प अर्पित किए और उनके सामाजिक न्याय से जुड़े संदेशों को याद किया। इस मौके पर समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण और लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल समेत कई और गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।

'संविधान की उद्देशिका स्कूलों में पढ़ाई जाए'

इस कार्यक्रम से पहले, शुक्रवार को आंबेडकर महासभा ट्रस्ट के अध्यक्ष और एमएलसी डॉ. लालजी प्रसाद 'निर्मल' ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। उन्होंने सीएम योगी को संविधान की एक प्रति भेंट करते हुए यह मांग की कि संविधान की उद्देशिका (Preamble), मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य और न्यायपालिका की स्वतंत्रता जैसे महत्वपूर्ण विषयों को सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि बच्चे देश के संविधान को बेहतर तरीके से समझ सकें।

अखिलेश यादव पर तीखा हमला

डॉ. निर्मल ने इस मौके पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "सपा और उसके मुखिया अखिलेश यादव शुरू से ही आरक्षण और दलितों के मसीहा डॉ. आंबेडकर के विरोधी रहे हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने दलित कर्मचारियों के प्रमोशन में आरक्षण को खत्म कर दिया था, जिससे लगभग दो लाख दलित कर्मचारियों का अपमान हुआ।

डॉ. निर्मल ने तंज कसते हुए कहा, “आज सिर्फ दलितों का वोट पाने के लिए अखिलेश यादव को आरक्षण और आंबेडकर जी की याद आ रही है।”