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Up Kiran, Digital Desk: बचपन से हम सुनते आए हैं कि "रोज़ एक सेब खाओ और डॉक्टर को दूर भगाओ।" फल मतलब सेहत का खज़ाना! यह बात सच भी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही अमृत समान फल अगर सही तरीके से न खाया जाए, तो यह आपकी सेहत के लिए 'मीठा ज़हर' भी बन सकता है?

एक जाने-माने कार्डियोलॉजिस्ट (दिल के डॉक्टर) ने इसी छिपे हुए खतरे से पर्दा उठाया है। उनका कहना है कि हेल्दी समझकर फलों का ज़रूरत से ज़्यादा सेवन कई गंभीर बीमारियों को न्योता दे सकता है।

आखिर फल कैसे हो सकते हैं नुकसानदायक?

1. शुगर का ओवरडोज (फ्रुक्टोज का खतरा):फलों में doğal रूप से एक तरह की चीनी होती है, जिसे 'फ्रुक्टोज' कहते हैं। यह आम चीनी से बेहतर तो है, लेकिन है तो यह भी चीनी ही। जब हम बहुत ज़्यादा फल खाते हैं, तो हमारे शरीर में फ्रुक्टोज की मात्रा बढ़ जाती है।

किसे है ज़्यादा खतरा? डायबिटीज़ के मरीज़ों या जिन्हें डायबिटीज़ होने का खतरा है, उनके लिए यह बहुत नुकसानदायक हो सकता है। यह ब्लड शुगर को तेज़ी से बढ़ा सकता है।

2. दिल पर बढ़ता है बोझ:यह लिवर में जाकर फैट में बदल सकती है।

यह खून में ट्राइग्लिसराइड्स (एक तरह का खराब फैट) का लेवल बढ़ा सकती है।

इससे वज़न बढ़ सकता है और आगे चलकर यह दिल की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।

3. फ्रूट जूस तो और भी खतरनाक है:बहुत से लोग सोचते हैं कि फल खाने से अच्छा है, उसका जूस पी लिया जाए।  उसमें से सारा फाइबर निकल जाता और बचता है सिर्फ़ चीनी का घोल। यह जूस खून में जाकर शुगर को बहुत तेज़ी से बढ़ाता है।

सही तरीका: हमेशा पूरा फल खाएं, जूस पीने से बचें।

4. गलत समय पर खाना:
खाना खाने के तुरंत बाद फल खाना भी एक बहुत बड़ी गलती है। इससे पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, और पेट में गैस, एसिडिटी और भारीपन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

सही समय: फलों को या तो खाना खाने से एक घंटा पहले खाएं, या फिर दो मील्स के बीच में एक स्नैक की तरह खाएं।

तो क्या फल खाना बंद कर दें: बिल्कुल नहीं! फल विटामिन, मिनरल्स और फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं। बस ज़रूरत है संतुलन और सही तरीके की। दिन में 2 से 3 फल खाना सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन इसे कंट्रोल में और सही समय पर खाना बहुत ज़रूरी है, खासकर अगर आपको डायबिटीज़, दिल की बीमारी या मोटापे की समस्या है।