img

Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। हाल ही में, YSRCP (वाईएसआर कांग्रेस पार्टी) ने चित्तूर के पुलिस अधीक्षक (SP) पर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे। अब चित्तूर पुलिस ने इन आरोपों पर कड़ा पलटवार किया है। पुलिस ने YSRCP के बयानों को 'पूरी तरह से बेबुनियाद और गैर-जिम्मेदाराना' बताया है और साफ किया है कि वे निष्पक्ष होकर काम करते हैं।

क्या थे YSRCP के आरोप?दरअसल, YSRCP के कुछ नेताओं ने चित्तूर के एसपी, आर. रिशांत रेड्डी पर आरोप लगाया था कि वे तेलुगु देशम पार्टी (TDP) को फायदा पहुंचाने के लिए 'पक्षपातपूर्ण' और 'गलत इरादों' से काम कर रहे हैं, खासकर टीडीपी के विरोधियों को दबाने के लिए।

पुलिस ने दिया ये ठोस जवाब:

चित्तूर पुलिस विभाग ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए एक बयान जारी किया। उन्होंने साफ-साफ कहा:

कोई पक्षपात नहीं: पुलिस का काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना है और वे बिना किसी राजनीतिक दल के पक्ष में झुके निष्पक्ष रूप से काम करते हैं।

छवि खराब करने की कोशिश: पुलिस ने YSRCP नेताओं के बयानों को 'गैर-जिम्मेदाराना' बताया और कहा कि वे पुलिस बल की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।

कानूनी कार्रवाई की चेतावनी: पुलिस ने चेतावनी दी कि अगर कोई भी झूठे या बेबुनियाद आरोप फैलाएगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पुराने उदाहरणों से दिया जवाब: पुलिस ने याद दिलाया कि उन्होंने पहले भी YSRCP के वरिष्ठ नेताओं, जैसे पेद्दीरेड्डी रामचंद्र रेड्डी, को पूरी सुरक्षा दी है जब वे टीडीपी कार्यालयों का दौरा करते समय विरोध या खतरों का सामना कर रहे थे। यह दिखाता है कि पुलिस ने हमेशा सभी पार्टियों के नेताओं को सुरक्षा दी है।

अवैध गतिविधियों पर सख्त: पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी पार्टी के नेताओं द्वारा की गई अवैध गतिविधियों के खिलाफ हमेशा सख्ती से कार्रवाई की है, चाहे वह पुंगनूर में हुई हिंसा हो या पुलिवेंदुला में चुनाव से संबंधित घटनाएं हों।

'कानून का शासन' सबसे ऊपर: पुलिस ने दोहराया कि वे केवल 'कानून के शासन' (Rule of Law) के तहत काम करते हैं और उनका एकमात्र उद्देश्य राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।

--Advertisement--