
Up Kiran, Digital Desk: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने एक बड़ी लिस्ट जारी की है, जिसने कई छात्रों और उनके माता-पिता की चिंता बढ़ा दी है. इस लिस्ट में देश की 54 राज्य और प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ को "डिफॉल्टर" घोषित किया गया है. जी हाँ, आपने सही सुना. इस लिस्ट में एमिटी (Amity) और अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी (Azim Premji University) जैसे कई बड़े नाम भी शामिल हैं.
आखिर क्या है पूरा मामला: UGC ने 2023 में सभी विश्वविद्यालयों के लिए एक नियम बनाया था. इसके तहत हर यूनिवर्सिटी को छात्रों की शिकायतों को सुनने और सुलझाने के लिए एक लोकपाल (Ombudsperson) नियुक्त करना था. यह एक ऐसा अधिकारी होता है जो एडमिशन, फीस, परीक्षा या यूनिवर्सिटी से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानी में छात्रों की मदद करता है.
UGC ने इसके लिए सभी यूनिवर्सिटीज़ को जून 2024 तक का समय दिया था. जब कई यूनिवर्सिटीज़ ने इस नियम का पालन नहीं किया, तो उन्हें अगस्त में एक रिमाइंडर भी भेजा गया. इसके बावजूद, 54 यूनिवर्सिटीज़ ने समय पर लोकपाल की नियुक्ति नहीं की. इसी वजह से UGC ने अब सख्त कदम उठाते हुए इन्हें डिफॉल्टर घोषित कर दिया है.
कौन-कौन सी यूनिवर्सिटी हैं इस लिस्ट में?
इस लिस्ट में देश के अलग-अलग राज्यों की यूनिवर्सिटीज़ शामिल हैं. कुछ बड़े नामों में शामिल हैं:
अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, कर्नाटक
एमिटी यूनिवर्सिटी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, और झारखंड कैंपस
शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज, हिमाचल प्रदेश
हिमालया गढ़वाल यूनिवर्सिटी, उत्तराखंड
एमआईटी आर्ट, डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी, महाराष्ट्र
डिफॉल्टर होने का क्या मतलब है?
UGC की इस कार्रवाई को हल्के में नहीं लिया जा सकता. "डिफॉल्टर" टैग का मतलब है कि ये यूनिवर्सिटीज़ नियमों का पालन नहीं कर रही हैं. अगर ये जल्द ही लोकपाल की नियुक्ति नहीं करती हैं, तो UGC इन्हें "गैर-अनुपालन" (non-compliant) घोषित कर सकता है. ऐसा होने पर इन यूनिवर्सिटीज़ को भविष्य में किसी भी तरह की मंजूरी या फंडिंग लेने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.