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Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ साधारण क्रियाएँ हमारे शरीर और दिमाग पर कितना गहरा असर डाल सकती हैं? रोजमर्रा के जीवन में आने वाली छोटी-मोटी परेशानियों जैसे नींद न आना तनाव या हिचकी से निपटने के लिए आपको हमेशा दवाओं की ज़रूरत नहीं होती। विज्ञान ने भी माना है कि हमारे शरीर में ही ऐसे 'शॉर्टकट' मौजूद हैं जो तुरंत आराम दे सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कमाल के हैक्स के बारे में जो आपको चुटकियों में बेहतर महसूस कराएँगे।

झटपट नींद बुलाने का तरीका

रात को बिस्तर पर करवटें बदल रहे हैं? एक अजीब लेकिन असरदार तरीका अपनाएँ: तेजी से लगातार पलकें झपकाएँ। यह बार-बार पलकें झपकाने की क्रिया आपकी आँखों की मांसपेशियों को थका देती है। सबसे खास बात यह है कि यह आपके मस्तिष्क में ठीक वैसे ही न्यूरल पैटर्न को सक्रिय करता है जो हमें गहरी नींद से ठीक पहले महसूस होते हैं। आपका दिमाग इसे आराम का संकेत मानता है और जल्द ही आप नींद की गोद में होंगे।

तनाव को कहो अलविदा

अगर आप अचानक घबराहट या तनाव महसूस कर रहे हैं तो चेहरे पर ठंडा पानी मारें। यह सिर्फ एक ठंडा एहसास नहीं है। यह आपके शरीर के 'डाइविंग रिफ्लेक्स' को सक्रिय करता है। जैसे ही ठंडा पानी चेहरे से टकराता है आपकी वेगस नर्व तुरंत सक्रिय हो जाती है और दिल की धड़कन धीरे होने लगती है। यह एक प्राकृतिक 'स्विच ऑफ' बटन है जो तनाव और बेचैनी को तुरंत कम करता है।

दिमाग को बनाओ सुपर शार्प: नॉन-डॉमिनेंट हैंड का जादू

क्या आप हमेशा अपने हाथ बदलते हैं? नहीं तो अब बदलें। अपने गैर-प्रमुख यानी नॉन-डॉमिनेंट हाथ से ब्रश करने की आदत डालें। यह छोटा-सा बदलाव आपके दिमाग के लिए एक ज़बरदस्त कसरत है। यह नए न्यूरल पाथवेज बनाता है जिससे आपके मस्तिष्क का लचीलापन (फ्लेक्सिबिलिटी) बढ़ता है। इसका सीधा असर आपकी क्रिएटिविटी फोकस और सोचने की शक्ति पर पड़ता है।

चक्कर आने पर दबाएँ यह पॉइंट

अगर आपको हल्का-सा चक्कर या बेचैनी महसूस हो तो अपनी दोनों भौंहों के बीच हल्के हाथ से दबाव डालें। यह हिस्सा एक्यूप्रेशर की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। इसे दबाने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और आपके आंतरिक कान का संतुलन तंत्र रीसेट हो जाता है जिससे चक्कर आने की समस्या में तुरंत राहत मिलती है।

हिचकी रोकें फौरन: डायफ्राम का कंट्रोल

हिचकी आने पर क्या करें? कुछ विशेष साँस लेने की तकनीकें आपकी फ्रेनिक और वेगस नसों को एक साथ सक्रिय करती हैं। ये दोनों नसें मिलकर हिचकी पैदा करने वाले रिफ्लेक्स को तोड़ देती हैं। यह आपके डायाफ्राम को तुरंत शांत करने का एक प्राकृतिक और अचूक तरीका है।

सिरदर्द से मुक्ति: रोशनी कम करो कान सहलाओ

माइग्रेन या तनाव के सिरदर्द में तेज रोशनी अक्सर दर्द को बढ़ा देती है। सबसे पहले लाइट कम करें। दूसरा उपाय है अपने कानों की हल्की मालिश करना। कान की मसाज आपकी कपाल तंत्रिकाओं यानी क्रैनियल नर्व्स को आराम पहुँचाती है। इन दोनों का तालमेल आपको तनाव सिरदर्द से तत्काल राहत देता है।