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Up Kiran, Digital Desk: आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में, जहाँ बच्चे स्कूल जाने के लिए अक्सर कार या बस का इस्तेमाल करते हैं, एक दिन ऐसा भी है जो हमें पुराने दिनों की याद दिलाता है—जब बच्चे हंसते-खेलते, दोस्तों के साथ बातें करते हुए पैदल या साइकिल से स्कूल जाया करते थे। जी हाँ, आज इंटरनेशनल वॉक एंड बाइक टू स्कूल डे है!

यह दिन सिर्फ एक इवेंट नहीं है, बल्कि एक मूवमेंट है जो दुनिया भर के स्कूलों और समुदायों को एक साथ लाता है ताकि बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को पैदल या साइकिल से स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

क्यों खास है यह दिन: इस दिन को मनाने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं:

1. स्वास्थ्य सबसे पहले (Health First):रोजाना पैदल चलना या साइकिल चलाना बच्चों के लिए एक बेहतरीन शारीरिक गतिविधि है। यह न सिर्फ उन्हें मोटापे जैसी समस्याओं से बचाता है, बल्कि उन्हें दिन भर एक्टिव और ऊर्जावान भी रखता है। सुबह की ताजी हवा में थोड़ी सी एक्सरसाइज उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है।

2. पर्यावरण का ख्याल:जब बच्चे पैदल या साइकिल से स्कूल जाते हैं, तो सड़कों पर गाड़ियों की संख्या कम होती है। इससे प्रदूषण कम होता है, ट्रैफिक जाम की समस्या कम होती है और हमारा पर्यावरण स्वच्छ बनता है। यह बच्चों को कम उम्र से ही पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाना सिखाने का एक शानदार तरीका है।

3. समुदाय से जुड़ाव:जब बच्चे एक साथ पैदल या साइकिल से स्कूल जाते हैं, तो वे अपने पड़ोस को बेहतर तरीके से जानते हैं, नए दोस्त बनाते हैं और उनमें समुदाय की भावना मजबूत होती है। वे आपस में बातें करते हैं, हंसते हैं और एक-दूसरे के साथ एक मजबूत रिश्ता बनाते हैं, जो कार या बस के बंद शीशों के पीछे संभव नहीं है।

4. जीवन के महत्वपूर्ण सबक:पैदल या साइकिल से स्कूल जाना बच्चों को आत्मनिर्भर बनाता है। वे ट्रैफिक नियमों को सीखते हैं, समय का मैनेजमेंट सीखते हैं और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना सीखते हैं। ये छोटे-छोटे सबक उन्हें जीवन भर काम आते हैं।

तो, अगली बार जब आप अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रहे हों, तो गाड़ी की चाबी उठाने से पहले एक पल के लिए सोचें। क्या आप कुछ दूर तक उनके साथ पैदल चल सकते हैं? हो सकता है, यह छोटा सा बदलाव आपके और आपके बच्चे, दोनों के लिए एक खूबसूरत और स्वस्थ अनुभव बन जाए।