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Up Kiran, Digital Desk: उदयपुर जिले की खेरवाड़ा पंचायत समिति में सोमवार को एक अप्रत्याशित और चौंकाने वाली घटना सामने आई। यहां ड्यूटी पर वापस लौटे एक कनिष्ठ तकनीकी सहायक (JTO) को महिला ग्राम विकास अधिकारी द्वारा कथित तौर पर डंडे से पीटने का मामला प्रकाश में आया है। यह घटना उस समय हुई, जब JTO प्रदीप सेन कार्यालय की संस्थापन शाखा में अपने पुनः कार्यभार ग्रहण करने की हाजिरी दर्ज करा रहे थे।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ समय पहले महिला ग्राम विकास अधिकारी द्वारा प्रदीप सेन पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया गया था। इस शिकायत के बाद दोनों ही कर्मचारियों को प्रशासनिक आधार पर निलंबित (एपीओ) कर दिया गया था। हालांकि, पुलिस द्वारा की गई विस्तृत जांच में महिला अधिकारी के आरोप निराधार साबित हुए और प्रदीप सेन को क्लीन चिट मिल गई। इसके पश्चात, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रिया डाबी ने 6 मई को आदेश जारी कर सेन को वापस खेरवाड़ा में ही पदस्थापित किया था।

बताया जा रहा है कि जैसे ही प्रदीप सेन सोमवार को अपने पद पर वापस आने के लिए कार्यालय पहुंचे, उसी दौरान महिला ग्राम विकास अधिकारी ने कथित तौर पर उनके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और फिर अचानक डंडे से हमला कर दिया। इस अप्रत्याशित और हिंसक घटना से कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मचारी भी भयभीत हो गए और किसी ने भी बीच-बचाव करने की हिम्मत नहीं दिखाई। किसी तरह अपने आप को बचाते हुए प्रदीप सेन उदयपुर पहुंचे और उन्होंने जिला परिषद सीईओ रिया डाबी को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।

वहीं, इस घटनाक्रम पर महिला ग्राम विकास अधिकारी का भी अपना पक्ष सामने आया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जब प्रदीप सेन ड्यूटी ज्वाइन करने कार्यालय आए, तो उन्होंने उनके साथ अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए छेड़छाड़ का प्रयास किया। महिला अधिकारी के अनुसार, इसी गुस्से में आकर उन्होंने प्रदीप सेन को डंडों से पीटा।

इस घटना के बाद प्रशासनिक गलियारों में हाहाकार मच गया है और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

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