_1952376434.png)
पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र से पुलिस प्रशासन की लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक महिला की जमीन कब्जा और मारपीट से जुड़ी शिकायत को न केवल अनदेखा किया गया, बल्कि आरोपियों को बचाने के प्रयास में थानाध्यक्ष द्वारा गलत लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई। इस मामले में जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष पर ₹5,000 का जुर्माना लगाने और उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की है।
शिकायत पर कार्रवाई के बजाय लीपापोती
सरैया बरवा गांव की निवासी प्रभावती कुंवर ने थाने में आवेदन देकर आरोप लगाया था कि कुछ भू-माफियाओं ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। महिला ने स्पष्ट रूप से उन लोगों के नाम भी दिए थे जो इस घटना में शामिल थे। लेकिन थानाध्यक्ष ने जानबूझकर असल आरोपियों को नजरअंदाज करते हुए ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी, जिनका इस जमीन विवाद से कोई संबंध नहीं था।
थाने में भी नहीं सुनी गई महिला की बात
प्रभावती कुंवर को इस बात की जानकारी तब हुई जब उन्हें एफआईआर की प्रति मिली। जब वह इस अन्याय को लेकर पुनः थाने पहुंचीं और स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की, तो उनकी बात तक नहीं सुनी गई। इससे आहत होकर महिला ने जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई।
बार-बार नोटिस भेजने के बाद भी थानाध्यक्ष रहे अनुपस्थित
लोक शिकायत निवारण कार्यालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष को कई बार नोटिस भेजा, लेकिन उन्होंने एक भी बार उपस्थित होकर पक्ष नहीं रखा। यहां तक कि एसपी कार्यालय से भी उन्हें उपस्थिति के लिए निर्देशित किया गया, लेकिन थानाध्यक्ष ने उसे भी नजरअंदाज कर दिया।
--Advertisement--