
Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली की जीवनरेखा, यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया है। रविवार शाम को पुराने रेलवे ब्रिज पर नदी का पानी चेतावनी स्तर 204.50 मीटर को पार कर 204.60 मीटर पर पहुंच गया। हालांकि, यह अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से नीचे है, लेकिन अधिकारियों ने बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में सोमवार को भी बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे यमुना के जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है।
हाथिनकुंड बैराज के सभी गेट खुले, पानी का भारी डिस्चार्ज
यमुना के जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण वजीराबाद और हथनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ा जाना बताया जा रहा है। विशेष रूप से, हरियाणा के यमुनानगर में स्थित हाथिनकुंड बैराज के सभी 18 गेट इस मानसून सत्र में पहली बार खोले गए हैं। यह कदम ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बारिश के कारण गंगा (और परोक्ष रूप से यमुना) में जलस्तर बढ़ने के कारण उठाया गया है, ताकि बाढ़ को नियंत्रित किया जा सके। बाढ़ संभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया तब शुरू होती है जब पानी का स्तर 206 मीटर से ऊपर चला जाता है।
दिल्ली का मौसम: पश्चिमी विक्षोभ का असर, बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार के लिए दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बिखरी हुई बारिश की अलर्ट जारी की है। पिछले 24 घंटों में नजफगढ़, सफदरजंग, पालम और द्वारका जैसे इलाकों में पहले ही बारिश दर्ज की जा चुकी है। मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और एक निम्न दबाव प्रणाली के प्रभाव के कारण बताया जा रहा है। दिन भर बूंदाबांदी जारी रहने की उम्मीद है, और शाम व रात में मध्यम दर्जे की बारिश की भी संभावना है। अधिकतम तापमान लगभग 35°C और न्यूनतम तापमान लगभग 26°C रहने का अनुमान है। 23 अगस्त को क्षेत्र में हल्की फुहारों से लेकर कभी-कभी भारी वर्षा तक, विभिन्न वर्षा पैटर्न देखने को मिल सकते हैं।
बारिश से दिल्ली की हवा हुई साफ, AQI 'संतोषजनक' स्तर पर
हालांकि यमुना के जलस्तर में वृद्धि चिंता का विषय है, वहीं दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया है। पिछले कुछ हफ्तों में हुई बारिश के कारण दिल्ली की हवा काफी साफ हो गई है। रविवार को शहर में हुई हल्की बारिश ने वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को 'संतोषजनक' स्तर पर बनाए रखने में मदद की। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, रविवार को 24 घंटे का औसत AQI 91 दर्ज किया गया, जो पिछले दिन दर्ज किए गए 118 ('मध्यम') से काफी कम है। यह मौसम में बदलाव और प्रदूषण फैलाने वाले कणों को साफ करने में मानसून की भूमिका को दर्शाता है।
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