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chanakya life lessons: हमारे समाज में अक्सर ये विचारधारा होती है कि इंसान को कुछ भी करने से पहले लोगों की राय और आलोचनाओं का ध्यान रखना चाहिए। खासकर जब बात महिलाओं की होती है, तो उन्हें तो और भी अधिक सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ता है। किंतु ये सच है कि पुरुष भी इस कूटनीति के शिकार हो जाते हैं। इस खबर में हम आचार्य चाणक्य की नीतियों के माध्यम से जानेंगे कि किन दो कामों में इंसान को बेशर्म हो जाना चाहिए।

पहला काम

दूसरा महत्वपूर्ण पहलू है ज्ञान अर्जित करना। चाणक्य के मुताबिक, जो लोग पढ़ाई के दौरान शर्म महसूस करते हैं, वे कभी भी अच्छे से ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकते। अगर आपको किसी विषय में समझ नहीं आ रहा है, तो सवाल पूछने में संकोच न करें। यह सोचकर न रहें कि कौन देख रहा है या कौन सुन रहा है। ज्ञान का कोई मूल्य नहीं है यदि आप उसे प्राप्त करने में शर्माते हैं। इसलिए खुलकर सवाल करें और सीखने की प्रक्रिया का भरपूर लाभ उठाएं।

दूसरा काम

तीसरा और सबसे अहम पहलू है धन कमाना। चाणक्य ने कहा है कि जो लोग पैसे कमाने में शर्म महसूस करते हैं, वे कभी भी अमीर नहीं बन सकते। जब आपके पास व्यापार या आर्थिक लेन-देन का अवसर हो, तो पैसे मांगने में संकोच न करें। यदि आप किसी जरूरत के लिए कर्ज लेना चाहते हैं, तो उसे मांगने में बेशर्म बनें। गरीब बनने से बेहतर है कि आप अपने अवसरों का पूरा लाभ उठाएं और आगे बढ़ें। पैसा कमाने में शर्म नहीं करनी चाहिए।