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Up Kiran Digital Desk: पुलिस ने मुख्यमंत्री हरियाणा के फर्जी ओएसडी बनकर बिजली बोर्ड के एसडीओ को धमकाने वाले आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। यह आरोपी पहले भी अपनी राजनीतिक पहुंच का लाभ उठाकर धोखाधड़ी करने के मामलों में शामिल रहा है। इस बार उसने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर बिजली विभाग के अधिकारी को झांसा दिया। ये मामला हरियाणा के सेक्टर-56 थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने आरोपी की अरेस्टी के बाद कई अहम जानकारियां उजागर की हैं।

घटना का खुलासा

एक अप्रैल 2025 को थाना सेक्टर-56 में पुलिस के पास शिकायत आई कि मुख्यमंत्री के फर्जी ओएसडी ने बिजली बोर्ड के एसडीओ को फोन कर धमकाया था। आरोपी ने एसडीओ से बिजली के पोल हटवाने के संबंध में बात की थी। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और तकनीकी विश्लेषण के जरिए आरोपी का सुराग लगाया। आरोपी की पहचान गुरुग्राम के नाथूपुर निवासी अमित चौधरी (39) के रूप में हुई।

फर्जी पहचान का खेल

अमित चौधरी ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि वह खुद को एक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत करता था, ताकि वह अपने मक्सद को पूरा कर सके। उसने एसडीओ को मुख्यमंत्री का ओएसडी बनकर फोन किया और बिजली के पोल हटवाने के लिए दबाव डाला। आरोपी ने अपना झूठा प्रोफाइल बनाने के लिए ट्रू कॉलर जैसी ऐप का उपयोग किया था, ताकि उसकी कॉल को सरकारी और प्रभावशाली दिखाया जा सके।

पहले भी धोखाधड़ी में था शामिल

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि अमित चौधरी पहले भी धोखाधड़ी की घटनाओं में शामिल रहा है। पंचकूला में उसने पेट्रोल पंप दिलवाने के नाम पर एक व्यक्ति से 57 लाख रुपये की ठगी की थी। इस मामले में वह जेल भी जा चुका है। इसके अलावा, उसके विरुद्ध चेक बाउंस के दो मामलों में अदालत में मुकदमे भी चल रहे हैं।

आरोपी की अरेस्टी और पुलिस कार्रवाई

पुलिस ने आरोपी से वारदात में उपयोग किए गए मोबाइल फोन को बरामद किया है, जिससे उसने एसडीओ को धमकाया था। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपी के पास और कौन-कौन से झूठे और धोखाधड़ी के प्रमाण मिल सकते हैं।
 

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