दिन – गुरुवार
संवत्सर नाम – प्रमादी
युगाब्दः- 5122
विक्रम संवत- 2077
शक संवत -1942
अयन – उत्तरायण
गोल – दक्षिण
ऋतु – शिशिर
काल (राहु)- दक्षिण दिशा
मास – माघ
पक्ष – शुक्ल पक्ष
तिथि- षष्ठी
नक्षत्र – भरणी
योग – ब्रह्म
करण- तैतिल
दिशा शूल- दक्षिण दिशा में
अचला सप्तमी
अचला सप्तमी शुक्रवार भी
दिनमान:- 10 घंटा 43 मिनट
अर्धप्रहरा:- (दिन का) – अपराह्न 2:50 से 5:38 तक
पाक्षिक सूर्य— धनिष्ठा नक्षत्र में
दैत्य राज बलि के पिता का नाम विरोचन था
राहु काल :- मध्याह्न 01:37 से अपराह्न 3:00 बजे तक
प्रेम की डोर बहुत नाजुक होती है लेकिन वह मजबूत इतनी होती है कि ईश्वर को भी बांध सकती है।
मेष
राहु चंद्र की युति मन को अशांत करेगी। अवसाद से बचने के लिए परिवार के साथ रहें। अपनी समस्या को परिवार से साझा करें। धार्मिक कार्य में मन लगाएं।
वृष
लोभ और स्वार्थ कष्टदायी होगा। राहु चंद्र की युति अज्ञात भय से ग्रसित करेगी। मन को मजबूत करें। धैर्य से किया गया कार्य सफलता की ओर लेकर जाएगा।
मिथुन
कोई ऐसा कार्य न करें जिससे पारिवारिक प्रतिष्ठा प्रभावित हो। धन हानि और सम्मान पर चोट के प्रति सचेत रहें। धैर्य से काम लें और परिवार को साथ लेकर चलें।
कर्क
कर्मक्षेत्र में बाधा आएगी। अपनों से ही सर्तक रहें। व्यावसायिक और आर्थिक नुकसान हो सकते हैं। जीवनसाथी का सहयोग एवं सानिध्य रहेगा। विरोधी सक्रिय रहेगा।
सिंह
राजनीतिक लाभ लेने की दिशा में सफलता मिलेगी। महिला राजनेता या अधिकारी का सहयोग सफलता की ओर ले जा सकता है। आर्थिक मामलों में सफलता मिलेगी।
कन्या
स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह न रहें। पिता या धर्म गुरु का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक मामलों में सफलता मिलेगी। किसी कार्य के संपन्न होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा।
तुला
शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। रुपए-पैसे के लेन-देन में सावधानी बरतें। धन हानि की आशंका है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा।
वृश्चिक
दांपत्य जीवन में तनाव आ सकता है। किसी के पारिवारिक मामले में हस्तक्षेप न करें और न स्वयं हस्तक्षेप स्वीकार करें। वाणी पर संयम रखें। सचेत रहने की जरूरत है।
धनु
रोग या विरोधी तनाव का कारण होगा। व्यावसायिक मामलों में किसी सीमा तक सफलता मिलेगी। लापरवाही कष्टदायी हो सकती है। जानबूझकर कोई जोखिम न उठाएं।
मकर
संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में आशातीत सफलता मिलेगी। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा।
कुंभ
निकट के व्यक्ति से तनाव मिलेगा। व्यावसायिक और पारिवारिक मामलों में सचेत रहने की आवश्यकता है। किसी तरह का जोखिम न उठाएं। पारिवारिक सहयोग मिलेगा।
मीन
अधीनस्थ कर्मचारी, पड़ोसी या भाई के कारण तनाव मिल सकता है। स्वास्थ्य एवं प्रतिष्ठा के प्रति सचेत रहें। व्यावसायिक और आर्थिक मामलों में सफलता मिल सकती है।