पीओके यानि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में महंगाई की बढ़ती चुनौती से आवाम का पारा हाई हो गया है। यहां के निवासियों को रोजगार की मांग, बढ़ती कीमतों और आर्थिक असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है। इसके परिणामस्वरूप, पाकिस्तान सरकार को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से बीते दिनों हिंसा भी हुई थी।
पाकिस्तान सरकार को इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए दिन रात एक कर रही है। पीएम शहबाज शरीफ की सरकार ने इस मामले में कदम उठाए हैं, और तत्काल प्रभाव से PoK के लिए 23 अरब रुपये का बजट मंजूर किया है। स्थानीय सरकार भी इस मुद्दे पर गंभीर है और उसने बिजली दरों और ब्रेड के दामों में कटौती का ऐलान किया है। ये फैसला लोगों की आर्थिक बोझ को कम करने लिए लिया गया है। पीओके में बढ़ती महंगाई का मुद्दा एक गंभीर समस्या है।
बता दें कि वर्तमान में पीओके में अभी भी हालात ठीक नहीं है। बीते दिनों से इस क्षेत्र में विरोध-प्रदर्शन देखे जा रहे हैं. बीते कल को चौथे दिन भी पुलिस और लोगों के बीच झड़प हुई हैं. मृतकों की संख्या तीन हो गई है. इनमें दो प्रदर्शनकारी और एक पुलिसकर्मी शामिल है. रविवार को झड़प में 100 से अधिक लोग जख्मी हो गए थे।
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