Up Kiran, Digital Desk: इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाजा पट्टी में एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। हाल ही में, आईडीएफ ने 2014 के इज़राइल-हमास संघर्ष से जुड़ी एक विशाल भूमिगत सुरंग का पता लगाया है, जो इस समय तक गाजा के राफा क्षेत्र के नीचे दबे हुए थे। यह सुरंग लगभग 7 किलोमीटर लंबी और 25 मीटर गहरी है, जिसमें 80 से ज़्यादा कमरे बने हुए हैं। इनका इस्तेमाल हमास के कमांडर ने अपनी योजनाओं को अंजाम देने, हथियार रखने और युद्ध की रणनीतियां बनाने के लिए किया था।
यह सुरंग गाजा के घनी आबादी वाले इलाकों के नीचे से गुज़रती है, जिसमें यूएनआरडब्ल्यूए परिसर, मस्जिदें, स्कूल और क्लीनिक जैसे नागरिक स्थल शामिल हैं। यह खोज खासतौर पर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे आईडीएफ की कुछ विशेष इकाइयों, जैसे याहलोम और शायेत 13 नौसेना कमांडो इकाई ने पाया। इन इकाइयों ने कई महीनों की मेहनत के बाद इस सुरंग का पता लगाया है।
हैदर गोल्डिन का कनेक्शन: सुरंग में छिपा मौत का राज
इस सुरंग का इतिहास और भी दर्दनाक है क्योंकि यहीं पर हमास ने इज़राइल के लेफ्टिनेंट हैदर गोल्डिन का शव छिपाकर रखा था। गोल्डिन, जो 2014 में गाजा में एक हमले में शहीद हो गए थे, उनका शव हमास ने 11 साल तक अपने पास रखा था। इस महीने की शुरुआत में, एक जटिल बातचीत के बाद उनका शव इज़राइल को वापस किया गया। यह सुरंग उस स्थान के करीब है जहां उनका शव रखा गया था। इस खोज से यह स्पष्ट होता है कि हमास ने इस सुरंग का इस्तेमाल अपने वरिष्ठ कमांडरों, जैसे मुहम्मद शबानेह, के लिए भी किया था, जिनकी योजनाओं ने गाजा में इजरायल के लिए कई मुश्किलें खड़ी कीं।
सुरंग की खोज और गिरफ्तारी: नए सुराग का खुलासा
सुरंग की खोज के बाद आईडीएफ ने हमास के सदस्य मारवान अल-हम्स की गिरफ्तारी की भी घोषणा की है। माना जा रहा है कि अल-हम्स को गोल्डिन की मौत और उसकी शव की दफ़नाई के स्थान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी थी। इस गिरफ्तारी से आईडीएफ को यह उम्मीद है कि वे गोल्डिन के शव को पूरी तरह से सम्मानपूर्वक दफनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकेंगे।
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