न्यूयॉर्क॥ कोविड-19 महामारी के बीच अब एक रिपोर्ट ने सभी को चौंका कर रख दिया है। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित अनुसंधान में उन्होंने बताया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित हुए आदमी को डायबिटीज होने कि सम्भावना है तथा उसकी पाचन क्रिया में गड़बड़ियां हो सकती हैं व वो जानलेवा भी हो सकती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कोरोना वायरस (सार्स सीओवी 2) का डायबिटीज पर क्या प्रभाव होता है। साइंटिस्टों का कहना है कि डायबिटीज से ग्रस्त आदमी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने व संक्रमण से मौत का खतरा ज्यादा है। उनका बोलना है कि कोविड-19 से मरने वाले लोगों में से 20 से 30 प्रतिशत डायबिटीज से ग्रस्त थे।
पहले आए अनुसंधानों में ये बोला गया है कि कोविड-19 के साथ जुड़ने वाला व उसे मानव कोशिका में प्रवेश का रास्ता देने वाला एसीई-2 प्रोटीन सिर्फ फेफड़ों में नहीं बल्कि अन्य अंगों व ग्लूकोज के पाचन में शामिल उत्तकों, जैसे अग्न्याशय, छोटी आंत, वसा उत्तक, यकृत व गुर्दे में भी होता है।
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साइंटिस्टों ने कहा कि इन उत्तकों में प्रवेश करके वायरस ग्लूकोज के पाचन में जटिल गड़बड़ियां पैदा कर सकता है। साइंटिस्टों का मानना है, यह संभव है कि कोविड-19 ग्लूकोज की पाचन प्रक्रिया को बदल दे जिससे पहले से डायबिटीज से ग्रस्त लोगों में जटिलताएं बढ़ जाएं या फिर किसी नई बीमारी (मुसीबत) का खतरा पैदा हो जाए।
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