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देहरादून ।। पतंजलि एक भारतीय उपभोक्ता सामान कम्पनी है। विनिर्माण इकाइयां और मुख्यालय हरिद्वार, उत्तराखण्ड के औद्योगिक इलाके में स्थित हैं, जबकि पंजीकृत कार्यालय राजधानी दिल्ली में है। कम्पनी खनिज और हर्बल उत्पाद बनाती है।

हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ का दावा है कि आयुर्वेदिक दवाओं से न सिर्फ CORONA__VIRUS का शत-प्रतिशत उपचार संभव है, बल्कि इसके संक्रमण से बचने को इन दवाओं का बतौर वैक्सीन भी प्रयोग किया जा सकता है। पतंजलि योगपीठ के आयुर्वेदाचार्य आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि पतंजलि अनुसंधान संस्थान में इस पर तीन माह तक चले शोध और चूहों पर कई दौर के सफल परीक्षण के बाद यह निष्कर्ष सामने आया है।

बालकृष्ण के मुताबिक, अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी और स्वासारि रस का निश्चित अनुपात में सेवन करने से कोरोना संक्रमित व्यक्ति को पूरी तरह स्वस्थ किया जा सकता है। 12 से ज्यादा साइंटिस्टों ने आयुर्वेदिक गुणों वाले 150 से ज्यादा पौधों के 1550 कंपाउंड पर दिन-रात शोध कर यह सफलता हासिल की। यह शोधपत्र अमेरिका के वायरोलॉजी रिसर्च मेडिकल जर्नल में प्रकाशन के लिए भी भेजा गया है, अमेरिका के ही इंटरनेशनल जर्नल ‘बायोमेडिसिन फार्मोकोथेरेपी’ में इसका प्रकाशन हो चुका है।

आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में वैज्ञानिकों ने लैब में CORONA__VIRUS से संक्रमित कोशिका से इस घातक वायरस को महज 48 घंटे में ही खत्म करने का दावा किया है। बताया गया है कि इस वायरस को एक ऐसी दवा से खत्‍म किया गया जो पहले से मौजूद है।

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साइंटिस्टों ने पाया कि पहले से ही मौजूद एक ऐंटी-पैरासाइट ड्रग यानी परजीवियों को मारने वाली दवा ने CORONA__VIRUS को खत्म कर दिया। यह CORONA__VIRUS के उपचार की दिशा में बड़ी कामयाबी है और इससे अब क्लिनिकल ट्रायल का रास्ता साफ हो सकता है।

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